महाराष्ट्र में हो रहे किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी सांसद पूनम महाजन का कहना है कि शहरी माओवादियों ने इस विरोध की आग को हवा दी है। उनका कहना है कि माओवादी नेताओं ने किसानों और आदिवासियों को भड़काया है। महाजन ने कहा कि महाराष्ट्र के आदिवासियों पर शहरी माओवादियों का शिकंजा कसता जा रहा है। न्यूज़ 18 इंडिया के मुताबिक बीजेपी महिला सांसद ने कहा, ‘किसान बहुत ही बड़े स्तर पर और शांति के साथ मार्च कर रहे हैं। उनके हाथों में कम्युनिस्ट झंडा है। ये सभी किसान केवल नासिक से ही नहीं आए हैं, बल्कि पूरे उत्तरी महाराष्ट्र के किसान इकट्ठा हुए हैं। राज्य के मुख्यमंत्री इस आंदोलन को लेकर नेताओं और किसानों के साथ मीटिंग कर रहे हैं। वह सभी एक साथ बैठ कर इस समस्या का हल करेंगे। दुख की बात यह है कि महाराष्ट्र में आदिवासियों के ऊपर शहरी माओवादियों का शिकंजा कसता जा रहा है और इसका केंद्र पुणे है। सरकार उनके लिए बहुत कुछ कर सकती है, लेकिन शहरी माओवादियों की विचारधारा ऐसा करने से कहीं ना कहीं रोक रही है, लेकिन यह सभी महाराष्ट्र के किसान और आदिवासी हैं और ये सभी महाराष्ट्र सरकार की जिम्मेदारी हैं।’
पूनम ने आगे कहा कि महाराष्ट्र के अलावा भी देश के कई हिस्सों में शहरी माओवादी देखने को मिलेंगे। ये सभी नेता नक्सल प्रभावित इलाकों में जाकर लोगों को प्रभावित करते हैं। बीजेपी नेता ने आगे कहा, ‘किसान कम्युनिस्ट झंडा पकड़े हुए हैं, इसका यही मतलब हुआ कि शहरी माओवादी किसानों को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन किसान और आदिवासी जो भी मांग कर रहे हैं, हमारी जिम्मेदारी है कि उनके साथ बैठें और समाधान निकालें।’
#BREAKING – Maharashtra farmers' protest propelled by urban Maoists: Poonam Mahajan, BJP MP. #ProtectOurFarmers pic.twitter.com/oYkcyF0W1A
— News18 (@CNNnews18) March 12, 2018
बता दें कि अपनी कई मांगों को लेकर सरकार पर दबाव बनाने के लिए करीब 40,000 किसानों ने नासिक से छह मार्च को ‘लॉन्ग मार्च’ शुरू किया था। किसानों का मार्च मुंबई पहुंच गया है। किसान मुंबई में महाराष्ट्र विधानसभा का घेराव करने वाले हैं। ऑल इंडिया किसान सभा की प्रदेश परिषद के अध्यक्ष किसान गुजार ने कहा कि हम पूर्ण ऋणमाफी, उपज के उचित दाम आदि को मांग को लेकर विधानभवन का घेराव करने वाले हैं। इस आंदोलन को कांग्रेस, आप, शिवसेना और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का समर्थन प्राप्त है।

