वैक्सीन बनाने वाली कंपनी पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SSI) को अज्ञात साइबर जालसाजों ने 1 करोड़ रुपये का चूना लगा दिया। पुलिस ने मुताबिक उन्होंने खुद को कथित तौर पर कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) अदार पूनावाला बताया और एक डायरेक्टर को व्हाट्सएप संदेश भेजा था, जिसमें विभिन्न लोगों के खातों में पैसे ट्रांसफर करने को कहा गया था। डायरेक्टर ने संदेश को सही मानकर पैसे ट्रांसफर कर दिए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बुंडगार्डन पुलिस थाने के वरिष्ठ निरीक्षक प्रताप मानकर ने बताया कि इस मामले में कंपनी के वित्त प्रबंधक सागर कित्तूर की शिकायत के आधार पर शुक्रवार को अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। घटना 7 सितंबर की दोपहर 1.35 बजे से 8 सितंबर की दोपहर 2.30 बजे के बीच हुई। रिपोर्ट के अनुसार एसआईआई के डायरेक्टरों में से एक सतीश देशपांडे को एक व्यक्ति से व्हाट्सएप मैसेज मिला, जिसने खुद को अदार पूनावाला बताया। उसने देशपांडे से कुछ बैंक खातों में तुरंत पैसे हस्तांतरित करने को कहा।

कुल 1 करोड़ 1 लाख 1 हजार 554 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर किये गये

पुलिस निरीक्षक मानकर ने कहा कि सतीश देशपांडे ने यह समझा कि मैसेज सीईओ का है। इस पर 1,01,01,554 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिये गये। बाद में पता चला कि अदार पूनावाला ने कभी भी ऐसा कोई व्हाट्सएप मैसेज नहीं भेजा था। उन्होंने बताया कि इस मामले में शामिल लोगों का पता लगाया जा रहा है।

पुलिस ने कहा कि भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 419 (प्रतिरूपण द्वारा धोखाधड़ी), 420 (धोखाधड़ी और बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी के लिए प्रेरित करना) और 34 (सामान्य इरादा) और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धाराओं के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि आरोपियों, व्हाट्सएप संदेश भेजने वालों और उन बैंक खातों के धारकों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है, जिनमें धन हस्तांतरित किया गया है।

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) एक भारतीय बायोटेक्नोलॉजी और बायोफार्मास्युटिकल्स कंपनी है और टीकों की दुनिया की सबसे बड़ी निर्माता है।इसका पुणे के निकट एक संयंत्र है। एसआईआई अन्य टीकों के अलावा कोरोना वायरस रोधी वैक्सीन कोविशील्ड का निर्माण कर रही है। यह भारत में उपयोग में आने वाला प्रमुख कोविड -19 वैक्सीन है।