उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और भारतीय सुहेलदेव पार्टी (सुभासपा) का गठबंधन खत्म होने के बाद तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। इसी कड़ी में अब पूर्व कैबिनेट मंत्री और सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि राजभर हवा-हवाई राजनीति करते हैं, अपने दम पर एक विधायक को भी नहीं जिता सके।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि ओम प्रकाश राजभर का गठबंधन समाजवादी पार्टी में मेरे आने से पहले हुआ था, इसलिए मुझ पर उनकी खीज मिटाना यह बहुत ही हास्यास्पद है। मौर्य ने कहा कि राजनीति या तो विचारों की होती है या फिर हिस्सेदारी की होती है। हिस्सेदारी की जहां तक बात है, पिछले 20 साल पहले राजभर ने पार्टी बनाई थी।
पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि राजभर अपने बलबूते पर कभी एक भी विधायक नहीं जिता सके। भारतीय जनता पार्टी के गठबंधन में गए चार विधायक जीते। समाजवादी पार्टी के गठबंधन में आए छह विधायक जीते। मौर्य ने कहा कि हिस्सेदारी कहीं उनको पूर्व से ज्यादा मिली है। टिकट भी ज्यादा मिले और सीट भी ज्यादा जीतीं।
मौर्य ने कहा कि दूसरी बात वैचारिक को लेकर है। उन्होंने कहा कि राजभर की जो पार्टी है। वो विचार शून्य पार्टी है। अगर विचारों से लैस होते तो वो गठबंधन को हंसी-मजाक का विषय नहीं बनाते, बल्कि गठबंधन के राष्ट्रीय अध्यक्ष से बैठकर बात करते। यदि कोई शिकवा-शिकायत थी तो उसको दूर करने का प्रयास किया जाता। राजभर ने ऐसा कुछ न करके, गठबंधन नेताओं से बात किए बिना मीडिया में अनाप-शनाप बयान देते रहे। साथ ही गठबंधन के निर्णय के विपरीत जाकर के उन्होंने एनडीए राष्ट्रपति की उम्मीदवार को वोट दिया। इसलिए गठबंधन को उन्होंने ही तोड़ा है। उत्तर प्रदेश की जनता इसको देख भी रही है और समझ भी रही है।
मीडिया में आए दिन राजभर के बयानों को लेकर स्वामी प्रसाद ने कहा कि राजभर केवल हवा-हवाई राजनीति करते हैं। बयान बहादुर बनकर के दिन में 10 तरह के बयान देते हैं। इस तरह से वो और किसी का नुकसान नहीं कर रहे हैं, बल्कि जनता के बीच में खुद हंसी के पात्र बन रहे हैं। मौर्य ने कहा कि उनका रोज नया बयान देना और रोज नया राजनीतिक फैसला करना बच्चों के खिलौने का खेल बना लिए हैं कि जब चाहें बच्चे खेलें औऱ शाम को बिगाड़ दें। ठीक उसी प्रकार से उन्होंने यह भी बयान दे दिया कि अब हम बहुजन समाज पार्टी से बात करेंगे। वहीं बहुजन समाजपार्टी के नेतृत्व ने पूरी तरह से उनको नकार दिया। नो एंट्री का फरमान जारी कर दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे में राजभर को राजनीति में बहुत सोच-समझकर बयान देने चाहिए।
जब स्वामी प्रसाद मौर्य से पूछा गया कि राजभर आपको रिजेक्टेड माल बताते हैं। इस पर आपका क्या कहना है। इस सवाल के जवाब में मौर्य ने कहा कि वो क्या कहते हैं, यह उन्हीं को मुबारक हो, मैं क्या हूं पूरा देश और प्रदेश इस बात को जानता है।
उन्होंने कहा कि पिछले 40 साल से मैं राजनीति में हूं, पिछले 25 साल से मैं विधायक, एमएलसी, मंत्री, नेता विरोधी दल बनकर के प्रदेश की जनता की समस्याओं को निरंतर दूर करने का प्रयास किया और यही कारण कि यूपी की जनता मुझे हाथों-हाथ लेती है। उन्होंने कहा कि जब रमाबाई अंबेडकर मैदान में स्वामी प्रसाद मौर्य के नाम पर रैली की गई थी, तब 6-7 लाख की भीड़ इस बात को दर्शाती है कि स्वामी प्रसाद मौर्य का जनाधार क्या है।