आगरा में एक कॉलेज से संबंध रखने वाली इंजीनियरिंग की छात्रा के साथ रेप किया गया। कई दिनों तक कार्रवाई ना होने के बाद वह डिप्रेशन में चली गई और उसे अब मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में भर्ती कराया गया है। इंजीनियरिंग की छात्रा को कम से कम 17 दिनों तक इंतजार करना पड़ा और फिर जाकर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
लखनऊ की रहने वाली छात्रा ने स्थीनय पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में कहा कि 10 अगस्त की शाम को आरोपी ने चलती कार में उसके साथ रेप किया। 11 अगस्त को उसने एफआईआर दर्ज करवाई, लेकिन पुलिस ने आरोपी को कथित तौर पर गिरफ्तारी करने की कोई भी कोशिश नहीं की। पुलिस सबूतों को इकट्ठा करने की बात कर रही थी। वह छात्रा करीब तीन दिन तक पुलिस चौकी के चक्कर काट रही थी। अपने केस के बारे में पूछ रही थी। पुलिस जांच कर कार्रवाई का भरोसा दे रही थी। कार्रवाई ना करने का आरोप लगाते हुए उसने जमकर हंगामा भी किया।
छात्रा ने सड़क पर कपड़े उतारना शुरू कर दिए
पुलिस के द्वारा कार्रवाई ना किए जाने के बाद छात्रा दो बैगों को लेकर अपने साथ सड़क पर गई और उसने उन्हें वहीं पर फेंक दिया। साथ ही, एक चाय की दुकान के बाहर वह अपने कपड़े उतारने लगी। उसे देखकर वहां पर लोग जमा तो हो गए लेकिन उसे ऐसा करने से किसी ने नहीं रोका। फिर दो युवतियां आईं और उन्होंने उसे ऐसा करने से रोका।
उसे दोनों युवती एक क्लिनिक में लेकर गईं और कुछ देर बाद वह सो गई। इसके बाद से उसे हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया। उसे तीन दिनों तक निगरानी में रखा गया। इस दौरान सुबह उठने से लेकर सोने तक उसकी हर चीज पर नजर रखी जाने लगी। हमें कुछ भी अलग नहीं लगा और फिर उसे उसकी मां को सौंप दिया गया है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि रेप की शिकायत दर्ज करवाने से पहले उसने 29 जुलाई को पुलिस स्टेशन में एक और शिकायत दी थी। उसने कहा था कि आरोपी उसे बार-बार परेशान कर रहा है। पुलिस स्टेशन के एसएचओ ने कहा कि हमने पूरी मामले की तहकीकात की और उस को परेशान करने वाला किसी तरह का कोई भी सबूत नहीं मिला था।