चुनाव आयोग ने बिहार विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान मोकामा में हुई हिंसक घटना के संबंध में डीजीपी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने यह कदम दुलारचंद यादव की हत्या और आरजेडी उम्मीदवार वीणा देवी की कार पर हमले के बाद इलाके में पथराव और गोलीबारी की खबरों के बाद उठाया है।

मोकामा में गुरुवार को प्रशांत किशोर की दुलारचंद यादव की हिंसा के दौरान हत्या हो गई थी। यादव गैंगस्टर रह चुके थे। घटना के समय यादव जन सुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के लिए प्रचार कर रहे थे।

शुक्रवार को जब उनका शव मोकामा स्थित उनके पैतृक गांव से अस्पताल ले जाया जा रहा था, तो बड़ी संख्या में लोग सड़क किनारे मौजूद थे। मोकामा से राजद प्रत्याशी वीणा देवी और उनके पति एवं पूर्व विधायक सूरजभान सिंह ने यादव के आवास पर जाकर शोक व्यक्त किया। पूर्णिया से निर्दलीय लोकसभा सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने भी यादव के परिवार से मुलाकात की थी।

दुलारचंद यादव की शव यात्रा में हुई गोलीबारी और पत्थरबाजी

पत्रकारों से बातचीत में सूरजभान सिंह ने इस घटना की रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय जांच कराए जाने की मांग की। उन्होंने कहा, ‘‘निर्वाचन आयोग को भी आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए।’’

शव यात्रा में हुई गोलीबारी और पत्थरबाजी

दुलारचंद यादव की शव यात्रा के दौरान शुक्रवार को भारी बवाल हुआ और पत्थरबाजी और गोलीबारी की घटना हुई। हालात को देखते हुए मोकामा में भारी संख्या में पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। 

दुलारचंद यादव की हत्या का आरोप मोकामा विधानसभा सीट से जेडीयू के उम्मीदवार और बाहुबली नेता अनंत सिंह पर लगा है लेकिन उन्होंने इन तमाम आरोपों को नकार दिया है और इसके पीछे सूरजभान सिंह को जिम्मेदार ठहराया है।

जदयू उम्मीदवार अनंत सिंह समेत 5 पर एफआईआर दर्ज