महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र के आखिरी दिन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ग्रुप के विधायकों ने पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे को घेरा। शिंदे गुट के विधायकों ने विधानसभा के बाहर आदित्य ठाकरे के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और उनके खिलाफ पोस्टर लेकर खूब हमले किए।
विधायकों ने हाथों में बैनर लिए उनके खिलाफ प्रदर्शन किया और उनके कार्टून भी बनाए गए। विधायकों ने कार्टून में आदित्य ठाकरे को पप्पू कहकर उन पर निशाना साधा। इन पोस्टरों के जरिए कहा गया कि युवराज की ‘दिशा’ हमेशा गलत हो जाती है।
गौर करने वाली बात यह है कि शिवसेना में बगावत करने वाले विधायक लगातार कहते रहे हैं कि वे ठाकरे परिवार को निशाना नहीं बनाएंगे, लेकिन आद उन्होंने जमकर प्रदर्शन किया। शिंदे के विधायक अभी तक सीधे तौर पर ठाकरे परिवार पर कोई निजी हमला करने से बचते रहे हैं। वह कहते रहे कि बालासाहेब ठाकरे की वजह से ठाकरे परिवार के प्रति उनके मन में सम्मान है, लेकिन आज की घटना के बाद यह दायरा टूटता नजर आ रहा है।
शिवसेना के बागी विधायक गुरुवार को विधानसभा में आदित्य के खिलाफ पोस्टर लेकर उतरे। इन पोस्टरों में उन्हें घोड़े पर उल्टा बैठा दिखाया गया है। इसके माध्यम से दिखाया गया कि घोड़ा हिंदुत्व की ओर देख रहा है, लेकिन आदित्य का मुख महाविकास अघाड़ी की ओर है। साथ ही पोस्टर में लिखा है ‘परम पूज्य (P.PU) युवराज (उन्हें महाराष्ट्र का पप्पू कहते हैं)’।
इसके अलावा, शिवसंवाद यात्रा के नाम से पूरे महाराष्ट्र के दौरे को लेकर भी विधायकों ने आदित्य को निशाने पर लिया है। इसे लेकर पोस्ट में लिखा गया है, “विभाग लेकर घर में गुजारा वक्त, सत्ता गई तो शुरू हुई पर्यटन की लहर।” इसके साथ ही आदित्य ठाकरे की तरफ से मुख्यमंत्री एकनाथ सिंदे को दी गई उस चुनौती का भी जवाब दिया गया है, जिसमें उन्होंने कहा कि हिम्मत है तो वे अपनी विधायकी छोड़कर चुनाव लड़ें। इसके जवाब में पोस्टर पर लिखा गया कि फिर से चुनाव लड़ने की देते रहते हैं टशन, खुद विधायक बनने के लिए जिन्हें मेयर और दो एमएलसी का लेना पड़ता है कुशन।