सुबह-सुबह ग्रेटर नोएडा की आलीशान ईमारतों के बीच जब लोग अपने दिन की शुरुआत कर रहे थे, तब मशहूर ग्रैंड वेनिस मॉल में कुछ और ही गहमागहमी थी। सुबह 7 बजे चार इनोवा गाड़ियों में आई ईडी की टीम सीधे मॉल के अंदर दाखिल हुई और ऑफिस सेक्शन में दस्तावेज़ों की छानबीन शुरू कर दी। माहौल ऐसा जैसे किसी फिल्मी सीन की शूटिंग चल रही हो, लेकिन यह रियल एक्शन था- केंद्रीय जांच एजेंसी की छापेमारी।
ग्रेटर नोएडा, नोएडा, दिल्ली और गोवा तक जांच का दायरा
इस छापेमारी का केंद्र बना भसीन इंफोटेक एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड और उसके मालिक सतिंदर सिंह भसीन, जिन्हें मोंटू भसीन के नाम से जाना जाता है। कंपनी पर गंभीर आरोप हैं कि उसने घर दिलाने के नाम पर आम लोगों से करोड़ों की ठगी की। सूत्रों के मुताबिक, ये कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट यानी पीएमएलए के तहत की जा रही है और ग्रेटर नोएडा, नोएडा, दिल्ली और गोवा तक जांच का दायरा फैला हुआ है।
मॉल की चकाचौंध के पीछे छुपे इस घोटाले की परतें अब खुल रही हैं। करीब 40 करोड़ रुपये की रकम लेकर गायब हो चुकी उम्मीदों के पीछे शिकायतों की एक लंबी फेरहिस्त है, जिनमें 40 से ज़्यादा एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। कई निवेशक अब सालों से कोर्ट और दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं। डीएस ग्रुप और मोंटू भसीन के बीच लंबे समय से खींचतान चल रही है, जिसने इस केस को और भी पेचीदा बना दिया है।
ईडी की टीम की छानबीन अब भी जारी है और मॉल के भीतर मौजूद हर दस्तावेज़ को खंगाला जा रहा है। कंपनी की तरफ से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन इतना ग्रैंड वेनिस मॉल की गड़बड़ियों का खुलासा होने की लोगों की उम्मीदें अब बढ़ गई हैं।
उधर, जम्मू-कश्मीर के उधमपुर और किश्तवाड़ जिलों में रात भर की घेराबंदी के बाद सुरक्षा बलों ने बृहस्पतिवार को तलाश अभियान फिर से प्रारंभ किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि उधमपुर जिले की जोफर-मार्टा पट्टी और किश्तवाड़ जिले के चटरू में बुधवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद रातभर घेराबंदी की गई। अधिकारियों ने बताया कि उधमपुर और किश्तवाड़ जिलों में क्रमश: जोफर-मार्टा के जंगलों और नैदगाम-चटरू क्षेत्र में तलाश अभियान फिर से शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों को पकड़ने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है।