Jagan Mohan Reddy: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के आजीवन YSRCP अध्यक्ष बने रहने के मामले में चुनाव आयोग ने कहा है कि इस तरह के किसी भी प्रयास या यहां तक ​​कि राजनीतिक दल में किसी भी संगठन के पद को स्थायी किए जाने के संकेत को स्वीकर नहीं किया जाएगा।

चुनाव आयोग ने अपने आदेश में कहा है कि ऐसी कोई भी कार्रवाई जो किसी भी पद के लिए चुनाव प्रक्रिया को ठुकराती है, स्वाभाविक रूप से अलोकतांत्रिक है और आयोग के मौजूदा निर्देशों का पूर्ण उल्लंघन है।

बता दें, 9 जुलाई, 2022 को आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी ने अपने संविधान में बड़ा बदलाव किया था। इस दौरान वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी को आजीवन पार्टी का अध्यक्ष बनाया गया था। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए वाई.एस.जगन मोहन रेड्डी की ओर से नामांकन के 22 सेट दाखिल किए गए थे और कोई अन्य नामांकन नहीं होने के कारण, उन्हें रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा सर्वसम्मति से निर्वाचित घोषित कर दिया गया था।

पार्टी महासचिव वी विजयसाई रेड्डी ने पार्टी के लोगों के बीच यह घोषणा की थी। बैठक में पार्टी ने संविधान में दो महत्वपूर्ण संशोधनों पर सहमती दी थी। पहले पार्टी का नाम युवाजन श्रमिक रायथू कांग्रेस पार्टी से वाईएसआर कांग्रेस पार्टी में बदलना था। जिसे बाद में वाईएसआरसीपी के तौर पर नाम मिला। दूसरा बदलाव पार्टी के अध्यक्ष पद के कार्यकाल को आजीवन करने वाला था। वाईएस जगन मोहन रेड्डी के वाईएसआरसीपी के आजीवन अध्यक्ष के रूप में चुनाव की घोषणा की गई थी।

बता दें, मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने मार्च 2011 में कांग्रेस से नाता तोड़ने के बाद YSRCP का गठन किया था और पार्टी के अध्यक्ष बने थे।