पूर्वी रेलवे के अधिकारियों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए अतिरिक्त सतर्कता बरती जाने के दौरान विभिन्न स्टेशनों से चार लड़कियों को बचाया है। अमृतसर एक्सप्रेस में एक सैन्य कंपार्टमेंट में सुरक्षा कर्मियों द्वारा एक अवयस्क लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किए जाने के बाद पूर्वी रेलवे के अधिकारियों ने महिलाओं के खिलाफ अपराध रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। पूर्वी रेलवे के सीपीआरओ रवि महापात्र ने बताया ‘कथित सामूहिक बलात्कार के बाद हमने अतिरिक्त सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है।’

उन्होंने बताया कि अब रेलवे स्टेशनों पर अकेली लड़की या संदिग्ध गतिविधियों को देख कर पूछताछ की जाती है। महापात्र ने बताया कि घटना हावड़ा, सियालदह, मालदा, आसनसोल, बर्द्धमान और पूर्वी रेलवे के अंतर्गत आने वाले अन्य बड़े स्टेशनों पर अतिरिक्त सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया है। घर से भागी 20 वर्षीय एक युवती को एक जनवरी को बर्द्धमान स्टेशन पर पूर्वा एक्सप्रेस से बचाया गया था। एक अन्य घटना में 14 साल और 17 साल की दो किशोरियों को रेलवे सुरक्षा बल ने चार जनवरी की देर रात सियालदह स्टेशन से बचाया था।

महापात्र ने बताया कि आरपीएफ ने चाइल्ड हेल्पलाइन और जीआरपी तथा उनके अभिभावकों को सूचित किया था। इसके बाद दस्तावेजों की जांच की गई तथा फिर लड़कियों को उनके अभिभावकों के सुपुर्द कर दिया गया।