उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पिछले वर्ष आक्सीजन की कमी से हुई मासूमों की मौत मामले में करीब आठ महीने जेल में बिताने वाले डॉक्टर कफील खान ने केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से गुजारिश की है कि वह राज्य में फैले निपाह वायरल (एनआईपी) से पीड़ित लोगों का इलाज करने के लिए उन्हें इजाजत दें। डॉक्टर कफील खान ने इसके लिए फेसबुक पोस्ट का सहारा लिया है। सीएम विजयन ने भी एक फेसबुक पोस्ट के जरिये डॉक्टर कफील खान का स्वागत किया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक केरल में निपाह वायरस से मरने वालों की संख्या मंगलवार (22 मई) को बढ़कर 10 हो गई। केंद्र और राज्य सरकार ने निपाह वायरस के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए काम शुरू कर दिया है। वर्तमान में केरल के कोझिकोड और मलप्पुरम में इस वायरस के होने की पहचान की गई है। कोझिकोड में 11 लोगों को निगरानी में रखा गया है। सबसे पहले इस वायरस से पेराम्बरा में दो भाइयों और उनकी चाची की मौत हुई थी। यह वायरस संक्रमित चमगादड़ों, सूअरों या अन्य संक्रमित व्यक्तियों से सीधे संपर्क से आने से जानवरों और मनुष्यों दोनों में फैलता है। लेकिन अभी तक इससे सिर्फ इंसानों को पीड़ित होते देखा गया है।

दिल्ली स्थित एम्स के चिकित्सकों के एक दल के बुधवार को इलाज करने केरल पहुंच सकता है। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने मंगलवार को कहा कि वह उन सभी मेडिकल पेशेवरों का स्वागत करते हैं जो राज्य में वायरस को नियंत्रित करने के लिए आने के इच्छुक हैं। विजयन ने कहा- “उत्तर प्रदेश के एक डॉक्टर कफील खान की तरफ से अनुरोध आया है। उन्होंने कोझिकोड में पीड़ित लोगों की सेवा करने की इच्छा जताई है। मैं बताना चाहता हूं कि सभी सेवा का भाव रखने वाले पेशेवरों का स्वागत करता हूं और वे स्वास्थ्य विभाग से संपर्क कर सकते हैं, जो उनके लिए जरूरी इंतजाम करेगा।”

बता दें कि डॉक्टर कफील खान ने अपनी फेसबुक पोस्ट में अंग्रेजी में जो लिखा, उसका मतलब कुछ इस प्रकार है- ”सहरी और फज्र की नमाज के बाद के मैंने सोने की कोशिश कर रहा था, लेकिन सो नहीं सका। निपाह वायरस के संक्रमण के होने वाली मौतों और इसे लेकर सोशल मीडिया पर चलने वाली अफवाहों परेशान हूं। मैं केरल के मुख्यमंत्री मिस्टर पिनराई विजयन से निवेदन करता हूं कि मुझे कई जानों को बचाने के लिए कालीकट मेडिकल कॉलेज में मरीजों की सेवा करने की इजाजत दें। ‘सिस्टर लिनी एक प्रेरणा हैं और मैं भी अच्छे कारण के लिए अपने जीवन को बलिदान करने के लिए तैयार हूं। अल्लाह मुझे मानवता की सेवा करने के लिए ताकत, ज्ञान और कौशल दें।”