गंगा नदी के संरक्षण की जरूरत पर जोर देते हुए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने रविवार को यह सुनिश्चित करने को कहा कि प्रदूषण फैलने वाली कोई भी चीज नदी में न फेंकी जाए। उन्होंने स्वच्छ गंगा पहल की सराहना की। हावड़ा के पास सलकिया में नदी के सामने स्थित बंशीधर जालान स्मृति मंदिर में भगवान शिव की 51 फुट ऊंची प्रतिमा का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि उद्गम स्थान से लेकर बंगाल की खाड़ी में मुहाने तक गंगा नदी का व्यापक प्रभाव है। उन्होंने कहा, ‘इस विशाल क्षेत्र में सभ्यता का विकास गंगा नदी के इर्दगिर्द केंद्रित है।
यही वजह है कि मैं मानता हूं कि स्वच्छ गंगा पहल सर्वाधिक उपयुक्त उपायों में से एक है।’ उन्होंने मंदिर के ट्रस्टियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि प्रदूषण फैलाने वाली कोई भी चीज नदी में नहीं फेंकी जाए। उन्होंने कहा कि वे नदी की सफाई को मंदिर और ट्रस्ट के मकसदों में से एक बना सकते हैं।
उन्होंने कहा कि सभी धर्म प्रेम, करुणा और मानवता का संदेश देते हैं। उन्होंने कहा, ‘हमेशा, हमें याद रखना चाहिए कि हम जिस स्वरूप में प्रभु को याद करते हैं, वंदना में हम जो भी उच्चारण करते हैं, सभी धर्म एक ही संदेश देते हैं, प्रेम, करुणा और मानवता का।’

