बसपा सुप्रीमो मायावती ने बुधवार को कहा कि कर्नाटक में जिस तरह सत्ता और धनबल का इस्तेमाल कर विपक्ष की सरकार को गिराने का काम किया गया, वह लोकतंत्र के इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज किया जाएगा। मायावती ने कर्नाटक विधानसभा में एच डी कुमारस्वामी के विश्वास मत हारने के कुछ ही घंटे बाद बसपा के एकमात्र विधायक को पार्टी से निष्कासित कर दिया था। उन्होंने कहा, ”कर्नाटक में भाजपा ने संवैधानिक मर्यादाओं को ताक पर रखने के साथ-साथ जिस प्रकार से सत्ता व धनबल का इस्तेमाल करके विपक्ष की सरकार को गिराने का काम किया है, वह लोकतंत्र के इतिहास में काले अध्याय के रूप में दर्ज रहेगा।”

मायावती ने कहा, ”’इसकी जितनी भी निन्दा की जाए वह कम है।” उन्होंने इससे पहले मंगलवार को ट्वीट किया था, ”कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार के समर्थन में वोट देने के पार्टी हाईकमान के निर्देश का उल्लंघन करके बसपा विधायक एन. महेश आज विश्वास मत में अनुपस्थित रहे, जो अनुशासनहीनता है जिसे पार्टी ने अति गंभीरता से लिया है।” बसपा सुप्रीमो ने कहा और इसलिए महेश को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।”

गौरतलब है कि कर्नाटक में भाजपा के अगली सरकार बनाने का दावा पेश करने की संभावना के बीच उसके विधायक दल की बैठक बुधवार को है। इससे एक दिन पहले राज्य में कांग्रेस-जद(एस) गठबंधन सरकार गिर गई। उसे विधानसभा में विश्वास मत में भाजपा के 105 मतों के मुकाबले 99 वोट ही मिल पाए जिसके साथ ही राज्य में करीब तीन सप्ताह से चल रही राजनीतिक नाटकबाजी पर विराम लग गया। भाजपा के प्रदेश महासचिव सी टी रवि ने बताया कि पार्टी बृहस्पतिवार को राज्यपाल वजुभाई वाला से संपर्क कर सकती है और सरकार बनाने का दावा पेश कर सकती है। भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के बड़ी संख्या में यहां पार्टी कार्यालय में उमड़ने के कारण अब कांग्रेस और जद(एस) से हटकर सत्ता का केंद्र भाजपा पर जा टिका है।