मराठा आरक्षण एक्टिविस्ट मनोज जारांगे पाटिल ने रविवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि फडणवीस राज्य में मराठा प्रभाव को खत्म करना चाहते हैं। देवेंद्र फडणवीस पर साजिश रचने का आरोप लगाते हुए मनोज पाटिल ने मुंबई में उनके आवास तक मार्च करने की धमकी दी।

फडणवीस ने मेरे खिलाफ साजिश रची- मनोज जारांगे पाटिल

मनोज पाटिल ने कहा, “उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मेरा बलिदान चाहते हैं। मैं उनके सागर स्थित बंगले पर जाऊंगा। वह मराठा समुदाय को खत्म करना चाहते हैं। उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने मेरे और मराठों के खिलाफ साजिश रची।”

मनोज पाटिल ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस राज्य में मराठा समुदाय के प्रभाव को समाप्त करना चाहते हैं और Sage-Soyare नोटिफिकेशन के कार्यान्वयन में बाधाएं पैदा कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और डिप्टी सीएम अजित पवार फडणवीस के आगे बेबस हैं। फडणवीस की इच्छा के बिना राज्य में कुछ नहीं हो सकता। फडणवीस मराठा समुदाय में फूट डालो और राज करो की राजनीति का भी इस्तेमाल कर रहे हैं और वह अजय बारस्कर के फर्जी आरोपों के पीछे के मास्टरमाइंड थे।

वहीं अजय बारस्कर ने आरोप लगाया है कि मनोज पाटिल ने सरकार के साथ समझौता किया और अपनी मांगें बदल दीं। मनोज पाटिल ने रविवार को अपने समर्थकों को संबोधित किया और फडणवीस पर लोगों को उनके खिलाफ भड़काने का आरोप लगाया। मनोज पाटिल मांग कर रहे हैं कि सभी मराठों को कुनबी (महाराष्ट्र में ओबीसी के तहत एक जाति) माना जाए और उसी अनुसार आरक्षण दिया जाए।

कौन हैं मनोज जारांगे पाटिल?

मनोज जारांगे पाटिल मूल रूप से महाराष्ट्र के बीड जिले के मातोरी गांव के रहने वाले हैं। अभी वे अपने परिवार के साथ जालना में रहते हैं। साल 2010 मनोज जारांगे ने 12वीं क्लास में पढ़ाई छोड़ दी थी। इसके बाद वे आंदोलन से जुड़ गए। उन्होंने होटल में काम किया। इसके बाद साल 2016 से 2018 तक उन्होंने जालना में आरक्षण आंदोलन का नेतृत्व किया। आरक्षण से जुड़े मुद्दे उठाने के लिए मनोज जारांगे पाटिल ने ‘शिवबा’ नामक संगठन बनाया। आंदोलन के समय जालना में हिंसा भड़क उठी थी।