महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि महाराष्ट्र में सरकार चला रहे महायुति में शामिल दलों सहित सभी पार्टियों को अनुशासन बनाए रखना चाहिए। उन्होंने गठबंधन धर्म की भी याद दिलाई है।
मंगलवार को स्थानीय निकाय चुनावों के दौरान रायगढ़ में शिवसेना और एनसीपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरों को लेकर भी पवार ने बयान दिया है।
पवार ने X पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है।’’ उप मुख्यमंत्री ने चुनावों को एक ‘पवित्र प्रक्रिया’ बताते हुए कहा कि हर मतदाता को बिना किसी डर के अपने मताधिकार का प्रयोग करने का अधिकार होना चाहिए।
‘हां मैंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाए और उन्होंने भी मुझे पर आरोप लगाए’
अजित पवार ने कहा, ‘‘सभी सहयोगियों को ‘गठबंधन धर्म’ का सम्मान करना चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘…लोगों को तय करने दीजिए कि वे किसे चुनना चाहते हैं।’’
स्थानीय निकाय के चुनावों के दौरान अन्य जगहों के अलावा रायगढ़ जिले के महाड और रोहा में शिवसेना और एनसीपी के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुईं। यहां पर एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष सुनील तटकरे और शिवसेना के मंत्री भरत गोगावाले स्थानीय राजनीति में एक-दूसरे के विरोधी हैं।
महाराष्ट्र में मंगलवार को 264 नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों के लिए मतदान हुआ। कई जगहों पर बीजेपी, एकनाथ शिंदे की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी के प्रत्याशी एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
महाराष्ट्र में अपनी ही सहयोगी पार्टी पर क्यों भड़कीं केंद्रीय मंत्री?
