कांग्रेस अब नोटबंदी के मसले पर देश भर में भाजपा सरकार को घेरने में लगी है। उसने नोटबंदी को इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया है। भाजपा सरकार को घेरने की रणनीति के तहत नोटबंदी के 50 दिन पूरे होने पर कांग्रेस हर राज्य में प्रेस कांफ्रेंस कर इसे देश के लिए सबसे घातक करार दे रही है। कांग्रेस ने जनवरी में सरकार के खिलाफ देश भर में अभियान चलाने का भी एलान किया।

भाजपा को कठघरे में खड़ा करने की मुहिम के तहत कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने गुरुवार को यहां प्रेस कांफे्रंस कर मोदी सरकार और उनके नेताओं पर जमकर आरोप लगाए। सुरजेवाला ने पत्रकारों से कहा कि नोटबंदी भारत के गरीबों, किसानों, मजदूरों, छोटे दुकानदारों पर एक सर्जिकल स्ट्राइक है। देश की 86 फीसद करंसी को बंद कर प्रधानमंत्री ने एक फीसद कालाधन धारकों को पकड़ने के लिए 99 फीसद ईमानदार और मेहनतकश भारतीयों पर मुसीबतों का पहाड़ तोड़ दिया। देश में तरक्की का पहिया जाम हो गया और आर्थिक अराजकता का माहौल हो गया। उन्होंने उदाहरण देते हुए नोटबंदी को देश के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला करार दिया।

उन्होंने कहा कि बार-बार मांग किए जाने के बावजूद भाजपा और आरएसएस ने 1 मार्च, 2016 से 8 नवंबर, 2014 तक के बीच के अपने बैंक खातों की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है। नोटबंदी से पहले भाजपा और आरएसएस ने देश भर में बड़ी तादाद में संपत्तियां खरीदीं। सुरजेवाला ने भाजपा की तरफ से बिहार और ओड़ीशा में खरीदी गई जमीनों की सूचियां भी जारी की। उनका दावा है कि इन संपत्तियों का वास्तविक बाजार मूल्य बहुत ज्यादा है। इस सबके बावजूद प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इन संपत्तियों को जनता के सामने नहीं रख रहे हैं। इससे साबित होता है कि नोटबंदी की जानकारी भाजपा को थी और उसने अपने काले धन को सफेद करने की पूरी तरह से साजिश की। सितंबर, 2016 में 5 लाख 88 हजार 600 लाख करोड़ रुपए की धनराशि बैंकों में जमा की गई। इसमें से 1 सितंबर से 15 सितंबर के बीच ही फिक्सड डिपाजिट ही तीन लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की है। इससे ही मालूम चलता है कि नोटबंदी की जानकारी पहले से ही कुछ लोगों को थी। मोदी सरकार किसी भी बात का जवाब नहीं दे रही है। सुरजेवाला ने कहा कि सरकार 25 लाख रुपए से ज्यादा की रकम जमा कराने वालों के नाम भी जनता के सामने नहीं रख रही है।

कांग्रेस नेता ने कहा कि चौंकाने वाली बात तो यह है कि नोटबंदी से पहले 8 सितंबर को इंदिरापुरम गाजियाबाद में हरियाणा नंबर की एक कार से तीन करोड़ रुपए जब्त किए गए थे। कार में बैठे दो लोगों ने दावा किया था कि यह रकम उनकी है और वो इसे लेकर लखनऊ जा रहे हैं। उसी दौरान गाजियाबाद के भाजपा अध्यक्ष ने पुलिस थाने पहुंच कर लिख कर दिया कि यह पैसा भाजपा के केंद्रीय कार्यालय से लखनऊ कार्यालय भेजा जा रहा है। इस बारे में भाजपा को अपनी स्थिति भी साफ करनी चाहिए। देश भर में डिजिटल लेन-देन का राग अलापने वाली भाजपा ने यह रकम चैक या डिजिटल ट्रांसफर से क्यों नहीं भेजी। सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस जनवरी में देश भर में सरकार के खिलाफ अभियान चलाएगी।