दिल्ली दंगों के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा में राजधानी को बहुत नुकसान हुआ था। इस दौरान दिल्ली वक्फ बोर्ड ने दावा किया था कि इस हिंसा में 19 मस्जिदों के नुकसान हुआ है। लेकिन सूचना के अधिकार (आरटीआई) से खुलासा हुआ है कि वक्फ बोर्ड का दावा गलत है। पुलिस द्वारा दिए गए आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, दंगों के दौरान आठ मस्जिदें, दो मंदिर, दो मदरसे और एक दरगाह क्षतिग्रस्त हो गए थे।

यह डेटा पुलिस ने दिल्ली स्थित आरटीआई कार्यकर्ता यूसुफ नाकी द्वारा दायर दो अलग-अलग प्रश्नों के जवाब में दिया था। क्विंट हिंदी की एक रिपोर्ट के मुताबिक नाकी ने अपनी आरटीआई में विशेष रूप से मुस्लिम पूजा स्थानों – मस्जिदों, दरगाहों और मदरसों में हुए नुकसान के बारे में पूछा था। आरटीआई के जवाब में पुलिस ने कहा “सभी एसएचओ / एनईडी की रिपोर्ट और उपलब्ध रिकॉर्ड के अनुसार, इस जिले में 8 मस्जिद, 2 मदरसे और 1 दरगाह को नुकसान पहुँचाया गया था।

यह दिल्ली वक्फ बोर्ड द्वारा दिए गए आंकड़े से बहुत अलग है, जिसके अनुसार दंगों के दौरान 19 मस्जिदें क्षतिग्रस्त हो गई थीं। कितने हिंदू पूजा स्थल क्षतिग्रस्त हुए यह पूछे जाने पर पुलिस ने जवाब दिया, “उपलब्ध रिकॉर्ड के अनुसार, इस जिले में दो मंदिर क्षतिग्रस्त हो गए है।” पुलिस ने विशेष रूप से यह बताने से मना कर दिया कि सांप्रदायिक हिंसा के दौरान कौन से मुस्लिम या हिंदू पूजा स्थल क्षतिग्रस्त हो गए थे। पुलिस ने कहा यह जानकारी “संवेदनशील” है और इसे नहीं बताया जा सकता।

नाकी के सवालों के जवाब में, पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि मस्जिदों, मदरसों और दरगाहों पर हमले के संबंध में 11 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, जिनमें से 31 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए सात लोग जमानत पर बाहर हैं और अबतक चार आरोप पत्र दायर किए गए हैं।