दिल्ली पुलिस ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इसके लिए 120 दिन तक अभियान चलाया। इसके बाद उन्हें सफलता हाथ लगी। पुलिस ने इस गैंग के भंडाफोड़ के साथ ही 150 किलो हेरोइन भी जब्त की।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस हेरोइन की कीमत 600 करोड़ रुपये से अधिक है। इस गैंग में अफगानिस्तान स्थित तालिबान नेता और उसका पाकिस्तान समकक्ष भी शामिल है। यह ड्रग खास तरीके से ड्रग की तस्करी करता था। इसके लिए गैंग जूट के बैग का सहारा लेता था। गैंग जूट के रेशे में ड्रग्स को लगा देता था।
इसके बाद इन बोरों में मसालों और ड्राइ फ्रूट्स को भर कर भारत भेज दिया जाता था। जूट की इन खास बोरियों को अफगानिस्तान के पूर्वी काबुल स्थित जलालाबाद में तैयार किया जाता है। इस क्रम में जूट के रेशों को हेरोइन के घोल में डूबा दिया जाता था। जूट के रेशे ड्रग्स को सोख लेते थे।
इसके बाद इन रेशों से खास बोरियों को तैयार किया जाता था। यह जूट की बोरियां दिल्ली के जाकिर नगर स्थित तीन मंजिला इमारत में रखी जाती थीं। बोरियों को उधेड़ कर इनके रेशों को कैमिकल में डूबो कर ड्रग्स को अलग कर लिया जाता था। एक जूट के बैग में करीब एक किलो तक हेरोइन तस्करी की जाती थी।
इससे पहले पुलिस ने दक्षिणी दिल्ली के जाकिर नगर में लैब पर छापा मारा। पुलिस ने इस गैंग से जुड़ी छह गाड़ियों को भी जब्त किया। ये गैंग आपस में तालमेल के लिए हर बार नए मोबाइल का प्रयोग करते थे। गैंग का सरगना गाड़ियों के काफिले को पुलिस पिकेट व अन्य अहम जानकारी उपलब्ध कराता था।
काफिले की हर गाड़ी एक दूसरे से 50 मीटर की दूरी पर चलती थी जिससे कि एक गाड़ी के पकड़े जाने पर पीछे वाली गाड़ियां मुड़कर वहां से निकल सकें। एक बार कंसाइनमेंट की डिलीवरी के बाद सभी ड्राइवर के फोन के सभी सेट को नष्ट कर दिया जाता था। पुलिस ने इस संबंध में 5 तस्करों को भी गिरफ्तार किया था। इसमें दो अफगान मूल के कैमिकल एक्सपर्ट भी शामिल थे। शुक्रवार को मामले में छठे संदिग्ध को भी गिरफ्तार कर लिया गया।
