दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने अनमोल बिश्नोई से जुड़े पांच शूटरों को गिरफ्तार किया है। अनमोल बिश्नोई पंजाब और हरियाणा में तीन हाई-प्रोफाइल हत्याओं में शामिल होने के लिए आरोप में जेल में बंद है।

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (स्पेशल सेल) पीएस कुशवाह ने कहा कि हरियाणा के पीयूष पिपलाना (28) और 23 वर्षीय अंकुश सोलंकी, पंजाब के 30 वर्षीय कुंवरबीर, 26 वर्षीय लवप्रीत सिंह और 31 वर्षीय संतोख उर्फ कपिल खत्रा को दो अभियानों में गिरफ्तार किया है।

नेशनल कबड्डी प्लेयर का मर्डर

पुलिस ने बताया कि आरजू और अनमोल बिश्नोई-हैरी बॉक्सर गिरोह के प्रमुख सदस्य हैं, यह गैंग कनाडा और अमेरिका से ऑपरेट किया जा रहा है। सितंबर में अमृतसर में एक बार और रेस्तरां मालिक की हत्या और जून में पंचकुला में एक नेशनल कबड्डी प्लेयर की हत्या के बाद इस गिरोह ने पंजाब और हरियाणा में खलबली मचा दी।

गैंगवार के कारण गई पैरी की जान

एसीपी कुशवाह ने बताया कि पीयूष और अकुंश, लॉरेंस के पूर्व दोस्त इंदरप्रीत सिंह ऊर्फ पैरी की हत्या में शामिल मुख्य शूटरों में से एक थे। बता दें कि पैरी की हत्या एक दिसंबर को चंडीगढ़ में की गई थी। आरोप है कि पैरी की हत्या लॉरेंस और गोल्डी बराड़ गिरोहों के बीच चल रही गैंगवार के कारण हुई थी। पैरी की हत्या की जिम्मेदारी आरजू और अनमोल बिश्नोई-हैरी बॉक्सर गैंग ने ली थी। गैंग का दावा किया था कि उन्होंने पैरी की हत्या नवंबर में यूएई में गोल्डी बराड़ गैंग द्वारा मारे गए उनके एक सदस्य का बदला लेने के लिए की गई थी।

पुलिस ने यह भी बताया कि पीयूष और अंकुश हरियाणा के पंचकुला में कबड्डी प्लेयर सोनू नोल्टा की हत्या में शामिल रहे हैं।

पीयूष था मुख्य शूटर

दोनों हत्याओं में मुख्य शूटर पीयूष था, जबकि कुंवरबीर उसका ड्राइवर था। पुलिस ने बताया कि पीयूष, कुंवरबीर और अंकुश पर पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में हत्या, जबरन वसूली और आर्म्स एक्ट से संबंधित छह-छह मामले दर्ज हैं।

लवप्रीत सिंह हाल में हुआ था रिहा

एसीपी ने कहा कि संतोख लॉयन बॉर एंड रेस्टोरेंट के मालिक आशुतोष महाजन उर्फ आशु की हत्या के मामले में वांछित था, यह हत्या सितंबर माह में अमृतसर में हुई थी। लवप्रीत सिंह हाल ही में जेल से रिहा हुआ था और उसने लॉरेंस बिश्नोई गैंग ज्वॉइन की थी।

कहां से किए गए गिरफ्तार?

एसीपी कुशवाह ने कहा कुंवरबीर, कपिल और लवप्रीत को मंगलवार को रिंग रोड के पास शांति वन से गिरफ्तार किया गया। पीयूष और अंकुश को उसी दिन सराय काले खां बस स्टैंड के पास से गिरफ्तार किया गया। उनके पास चार बंदूकें और भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया।

पुलिस ने बताया कि इन लोगों को जमा होने को कहा गया था जिससे वे उन लोगों में से किसी एक को मार सकें जिनसे गैंग ने धमकी और फिरौती की मांग की है।

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