पूर्वी दिल्ली के कैलाश नगर इलाके में एक 30 वर्षीय युवक ने अपनी पत्नी की मौत से दुखी होकर फांसी लगा ली। उसकी पहचान विजय द्विवेदी के रूप में हुई। पुलिस को मौके से स्यूसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में विजय ने लिखा है कि वह अपनी पत्नी प्रिया की मौत से काफी दुखी था। इससे भी ज्यादा वो अपने बच्चे के रोने से दुखी होता था। उसका बेटा अपनी मां को न पाकर काफी रोता था। जिस वजह से उसने दुखी होकर आत्महत्या कर ली। 22 मार्च को उसकी पत्नी ने घरेलू झगड़े के चलते फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। यह घटना शाहदरा के गांधी नगर इलाके की है।
पुलिस उपायुक्त (शाहदरा) नुपूर प्रसाद ने बताया, विजय द्विवेदी परिवार के साथ कैलाश नगर की गली नंबर-2 में पत्नी प्रिया और दो साल के बेटे पप्पू के साथ रहता था। वह गांधी नगर में ही एक फैक्ट्री में जॉब करता था। शनिवार को उसने अपने कमरे में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। परिजनों ने जब उसे फांसी के फंदे पर लटका हुआ देखा तो उन्होंने पुलिस को कॉल की। पुलिस मौके पर पहुंची तो उसे एक सुसाइड नोट मिला। इसमें लिखा था कि वह पत्नी की मौत से बहुत दुखी था। उसका दो साल का बेटा रो-रो कर अपनी मां को पुकारता था तो उसे बेहद दुख होता था, इसलिए वह खुदकुशी करने के लिए मजबूर हुआ।
विजय के परिजनों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि 22 मार्च को उसकी पत्नी प्रिया ने भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। विजय ने भी उसी कमरे में और उसी पंखे से फांसी लगाई, जिससे उसकी पत्नी प्रिया ने फांसी लगाकर जान दी थी। परिजनों ने की माने तो विजय जब बहुत दुखी होता था तो कहता था कि वह भी अपनी पत्नी के पास चला जाएगा। परिवार के सभी लोग उसे समझाते भी रहते थे कि उसका ऐसा सोचना ठीक नहीं है, लेकिन उस पर किसी के भी समझाने का कोई असर नहीं हुआ। मूल रूप से विजय लखनऊ का रहने वाला था। उसकी शादी 2013 में हुई थी।