दिल्ली बीजेपी में अंदरूनी कलह की लगातार आ रही खबरों को देखते हुए पार्टी के बड़े नेताओं का कहना है कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो मोदी लहर के बावजूद आगामी नगर निगम चुनावों में नुकसान हो सकता है। एमसीडी चुनावों को देखते हुए भाजपा की दिल्ली यूनिट ने रविवार को एक कमेटी तैयार की है जो चुनाव की तैयारियों पर नजर रखेगी। इसके एक दिन बाद, सोमवार को एमसीडी चुनाव के लिए प्रचार अभियान की शुरुआत से पहले पार्टी के दिल्ली ऑफिस पर हवन का आयोजन किया गया। हालांकि दिल्ली के कई सांसद इसमें शामिल नहीं हुए। दिल्ली इंचार्ज श्याम जाजु और अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी के साथ दूरियां होने की बात कबूल की है।

एक सीनियर लीडर ने कहा, “दिल्ली के भाजपा सांसद कई कमेटियों का हिस्सा हैं। उन्हें हवन में आना चाहिए था। उदित राज को छोड़कर कोई भी नहीं आया।” हालांकि एक अन्य नेता ने बताया कि संसद सत्र चल रहा है जिस वजह से सांसद नहीं आ सकते थे। बता दें कि भाजपा ने एमसीडी चुनाव के मद्देनजर किसी भी वर्तमान पार्षद या उसके रिश्तेदार-परिवार के किसी सदस्य को टिकट नहीं देने का फैसला लिया है। फैसले के बाद से पार्टी के कुछ लोगों में नाराजगी की खबरें आ रही हैं। पार्टी का दावा है कि उसने यह कदम परिवारवाद की राजनीति खत्म करने के लिए उठाया है।

आप ने हटाया दागी उम्मीदवार:

आम आदमी पार्टी ने कहा कि एक उम्मीदवार के खिलाफ आपराधिक मामला पाये जाने पर आगामी नगर निगम चुनाव के लिए उसकी उम्मीदवारी रद्द कर दी गई। पार्टी ने एमसीडी के लिए द्वारका से पार्टी के उम्मीदवार घोषित किये गये विजय पवाड़िया की उम्मीदवारी रद्द कर दी। आप की दिल्ली इकाई के सचिव सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘‘पार्टी को शिकायत मिली थी कि उस उम्मीदवार के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज है। जांच करने पर यह सही पाया गया इसलिए उसकी उम्मीदवारी रद्द कर दी गई।’ दिल्ली में नगर निगम के चुनाव अगले महीने होने वाले हैं।