दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को एक पत्र भेजकर उनके मंत्रियों पर मर्यादा की हदें पार करने का आरोप लगाया है। इस पत्र में उन्होंने आप सरकार में संवैधानिक कर्तव्यों और प्रशासनिक जिम्मेदारियों से भागने का भी आरोप लगाया है। एलजी ने लव लेटर वाली टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि उम्मीद है कि मुख्यमंत्री कर्तव्य पत्र स्वीकार करेंगे और उनकी सलाह का भी पालन करेंगे। इस पर केजरीवाल ने तंज कसा कि एक और लव लेटर आया है।

उपराज्पाल ने अपने खत में कहा, “अरविंद केजरीवाल जी, कृपया संज्ञान लें और अपने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और पार्टी के लोगों द्वारा फैलाए जा रहे निराधार, तथ्यहीन और भ्रामक बयानों का संज्ञान लें। मुझे खेद है कि आपने और आपके नेताओं ने मर्यादा की सभी हदें पार कर दी हैं और संवैधानिक कर्तव्यों, प्रशासनिक जिम्मेदारियों और शासन से भाग रहे हैं।”

सक्सेना ने दिल्ली की आबकारी नीति, स्कूल भवनों के निर्माण में गंभीर अनियमितताओं के आरोपों, उपराज्यपाल को भेजी गई महत्वपूर्ण फाइलों पर मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर गायब होने, लंबित ऑडिट और अन्य मामलों को सूचीबद्ध करते हुए आप सरकार की खिंचाई की। उन्होंने सवाल किया, “क्या मैंने इन मामलों को उठाकर कुछ गलत किया है। क्या अपने कर्तव्यों का पालन करना और इस मामले को उठाना गलत है?”

उपराज्यपाल ने कहा, “यह बहुत दुखद है कि अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए जब मैंने इन मुद्दों को उठाया। तो जवाब देने के बजाय, आपने और आपके नेताओं ने दिल्ली के लोगों को गुमराह किया और मुझ पर व्यक्तिगत रूप से हमला किया और निराधार आरोप लगाए।” उपराज्यपाल ने आखिर में कहा कि उम्मीद है कि सीएम को उनका संदेश सही अर्थों में प्राप्त हो गया है। उन्होंने कहा कि आशा है कि मुख्यमंत्री मेरा यह कर्तव्य पत्र स्वीकार करेंगे, जिसे वह लव लेटर कहते हैं और मेरी सलाहों का पालन करेंगे।

उपराज्यपाल के पत्र का जवाब देते हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा, “आज एक और लव लेटर आया है।” दिल्ली की जनता को चिंता न करने का आश्वासन देते हुए केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, “भाजपा दिल्ली के लोगों की जिंदगी तबाह करने पर तुली हुई है। हर दिन ये लोग किसी न किसी बात को लेकर हंगामा करते हैं। मैं सभी दिल्लीवासियों को विश्वास दिलाता हूं- जब तक आपका बेटा जीवित है तब तक चिंता न करें। मैं किसी को भी आपको नुकसान नहीं पहुंचाने दूंगा।”

इससे पहले केजरीवाल ने एलजी के खतों को लव लेटर के रूप में संदर्भित करते हुए कहा था, “पिछले छह महीनों में मेरी पत्नी ने मुझे उतने लव लेटर नहीं लिखे हैं जितने एल-जी साहब ने मुझे लिखे हैं। एल-जी साहब थोड़ा चिल करें और अपने सुपर बॉस से भी थोड़ा चिल करने को कहो।” वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी एलजी को पत्र लिखकर कथित तौर पर 6,000 करोड़ रुपये के एमसीडी टोल टैक्स घोटाले की सीबीआई जांच की मांग की थी।