दिल्ली सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की वितरण शाखा ने राजधानी के कोटाधारकों को राहत देते हुए जून माह का राशन शनिवार, 24 मई से वितरित करने का आदेश जारी किया है। यह आदेश विभाग की ओर से शुक्रवार को सभी उचित मूल्य दुकानों को भेजा गया।आदेश में स्पष्ट किया गया है कि सभी राशन दुकानों पर लाभार्थियों को उनके पात्रता के अनुसार गेहूं, चावल, चीनी आदि का वितरण सुनिश्चित किया जाए।

विभाग ने निर्देश दिए हैं कि वितरण प्रक्रिया पारदर्शी और समयबद्ध हो, ताकि सभी लाभार्थियों को समय पर राशन मिल सके। जबकि हालात यह है कि दिल्ली राज्य नागरिक आपूर्ति निगम लिमिटेड (डीएससीएससी) अभी तक दिल्ली के करीब 1951 राशन की दुकानों में जून माह के गेहूं का 29.53 व चावल का 20.45 फीसद ही आपूर्ति कर पाई है।

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बता दें कि वितरण शाखा द्वारा जारी किए आदेश के अनुसार जून 2025 के लिए प्रत्येक लाभार्थियों को जोकि पीआर व पीआरएस श्रेणी में आते हैं उन्हें तीन किलो गेहूं व दो किलो चावल दिया जाएगा, जबकि अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) श्रेणी के कार्डधारियों को पात्रता अनुसार प्रति कार्ड 21 किलो गेहूं व 14 किलो चावल मिलेगा। लेकिन हाल यह है कि अभी तक कुल गेहूं की 70.47 व चावल की 79.55 फीसद आपूर्ति होनी बाकी है। यानी डीएससीएससी ने 50 फीसद खाद्यान्न की आपूर्ति भी अभी तक नहीं की है।

वहीं बात अगर भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) के 6 गोदामों से खाद्यान्न उठान के आंकड़ों की करें तो नरेला गोदाम से गेहूं 32.63 व चावल 23.53 फीसद का ही उठान हो सका है। इसी तरह घेवरा से गेहूं 27.25 व चावल 20.24, मायापुरी से गेहूं 25.33 व चावल 10.16, ओखला से गेहूं 37.97 व चावल 23.20, पूसा सीटीओ से गेहूं 29.13 व चावल 25.29 व शक्ति नगर गोदाम से गेहूं 24.56 व चावल 24.87 फीसद का उठान ही हो सका है।

वहीं कोटाधारकों की यूनियन दिल्ली सरकारी राशन डीलर्स संघ (डीएसआरडीएस) का कहना है कि अभी तक ‘एक देश-एक राशनकार्ड’ का खाद्यान्न राशन दुकानों पर नहीं आया है और न ही जून का तय मात्रा में खाद्यान्न पहुंचा है। ऐसे में राशन वितरण का आदेश देने से कोटाधारकों व राशनकार्डधारियों में विरोध होगा और गर्मी में बार-बार राशनकार्डधारियों को दुकानों के चक्कर लगाने पड़ेंगे।