राजधानी सारी बेसिक सुविधाओं से लैस बताई जाती है लेकिन हाल के कुछ दिनों पर गौर करें तो दिल्ली वालों के लिए आग एक बड़ी मुसीबत के तौर पर उभरी है, जिसने न केवल माली हालत को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि कई घरों के चिराग तक बुझा दिए हैं। दिल्ली दमकल विभाग द्वारा एक भयावह आंकड़ा सामने आया है, जो बताता हे कि पिछले 52 दिनों में 32 लोगों ने आग में झुलसकर अपनी जान गंवाई है।
दमकल विभाग ने अधिकारियों ने जानकारी दी है कि 52 दिनों में 32 लोगों की मौत के अलावा करीब 70 लोग बुरी तरह घालय भी हुए हैं। हैरानी की बात यह है कि जनवरी में 16 लोगों की आग लगने से मौत हुई थी और 21 फरवरी तक इस महीने ही 16 लोगों की जान जा चुकी है। जनवरी में घायल होने वाले लोगों की संख्या 51 थी। वहीं फरवरी में 21 और लोग जख्मी हो गए हैं।
गौरतलब है कि 15 फरवरी को आउटर दिल्ली के अलीपुर में एक पेंट फैक्ट्री में विस्फोट हुआ था और उसके बाद भयानक आग लग गई थी। इसमें 11 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। साथ ही चार लोग घायल भी हुए थे। 11 मृतकों में एक महिला भी शामिल थी। इस आग ने 8 दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया था और एक कॉन्सटेबल तक जख्मी हो गया था।
इसके अलावा बुधवार को ही एक अन्य आग लगने का मामला भी सामने आया था, जो कि दक्षिणी दिल्ली के द्वारका इलाके का था। एक आवासीय इमारत की चौथी मंजिल से कूदने के बाद 83 वर्षीय एख महिला की मौत गो गई थी और उनकी पोती गंभीर रूप से घायल हो गई थी।
दमकल विभाग ने आग लगने के मामले और उनसे प्रभावित लोगों को लेकर तो जानकारी दी है लेकिन विभाग ने अभी यह नहीं बताया है कि आखिर अचानक से दिल्ली में आग लगने से इतने वाकए क्यों हो रहे हैं।
