ऐश्वर्य राज

आम आदमी पार्टी (AAP) के एमसीडी में डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार के रूप में चुने जाने के बाद तीन बार के पार्षद आले मोहम्मद इकबाल (Aaley Mohammad Iqbal) ने कहा कि वह कई वर्षों में इस पद पर नामांकित होने वाले पहले मुस्लिम बन सकते हैं। आले मोहम्मद इकबाल ने चांदनी महल वार्ड से 17,134 मतों के अंतर से जीत हासिल की है, जो एमसीडी चुनावों (MCD polls) में सबसे अधिक है।

AAP पर विश्वास कर सकते हैं मुसलमान

आले मोहम्मद इकबाल ने द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, “हमारे समुदाय से पद के लिए अंतिम व्यक्ति 1977 में था। इससे एक संदेश जाता है कि AAP एक ऐसी पार्टी है जिस पर मुसलमान भरोसा कर सकते हैं, और उनके अधिकारों की रक्षा की जाएगी। अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने मुझे चुना क्योंकि मैं एक वरिष्ठ पार्षद हूं। यह मेरी हैट्रिक (चुनाव जीत) है। मैं सबसे ज्यादा मार्जिन (एमसीडी चुनाव में) से जीता हूं। इसे तुष्टिकरण या सांकेतिकवाद कहना सही नहीं है क्योंकि यह मेरी उपलब्धि को भुला है और केजरीवाल जी मुस्लिम कार्ड (Muslim card) नहीं खेलते हैं।”

अपनी जीत का श्रेय अपने वार्ड के लोगों के भरोसे को देते हुए आप के डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार इक़बाल ने कहा, “मैं काम में डूबा हूं और शहर की चारदीवारी में लोगों की शिकायतों को सुनने के लिए हमेशा उपलब्ध हूं। आबादी ज्यादातर निम्न और मध्यम वर्ग की है। मेरे पिता की तरह मैं भी हमेशा उनके साथ रहा हूं।” बता दें कि मोहम्मद इक़बाल के पिता AAP विधायक शोएब इकबाल (AAP MLA Shoaib Iqbal) हैं, जो मटिया महल से छह बार के विधायक हैं। 2020 में वह अपने बेटे के साथ पार्टी में शामिल हुए थे।

एक अनुभवी राजनीतिज्ञ मोहम्मद इक़बाल का एक लंबा करियर रहा है, जो विभिन्न पार्टियों में रहे हैं। मोहम्मद इक़बाल ने 2012 में 22 साल की उम्र में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था, 2017 में कांग्रेस के टिकट पर और 2022 में AAP के टिकट पर। इक़बाल ने कहा कि कांग्रेस के साथ उनके संक्षिप्त कार्यकाल ने उन्हें महसूस कराया कि वे कितने शक्तिहीन हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पता था कि अगर मुझे कुछ करना है, तो मुझे सत्ता में शामिल होना होगा।

दंगा प्रभावित इलाकों में करना होगा काम

एमसीडी चुनावों में पूर्वोत्तर दिल्ली में आप के खराब प्रदर्शन पर (2020 के दंगों के बाद पहला चुनाव) उन्होंने कहा कि उन वार्डों में बहुत कुछ किया जाना है जहां पार्टी ने खराब प्रदर्शन किया है। इक़बाल ने कहा, “हमें जमीन पर जाना होगा, लोगों से बात करनी होगी और विश्लेषण करना होगा कि क्या गलत हुआ। खासकर पूर्वोत्तर दिल्ली में।”