राष्ट्रीय राजधानी की एक अदालत ने ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) में दरकिनार किए गए नेता .टी.वी.दिनाकरन को बुधवार को पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। दिनाकरन को पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘दो पत्ती’ को हासिल करने के लिए निर्वाचन आयोग के अधिकारियों को रिश्वत देने की पेशकश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। पूरी साजिश को सामने लाने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा दिनाकरन की हिरासत मांगने पर विशेष न्यायाधीश पूनम चौधरी ने अपराध शाखा को पूछताछ के लिए पांच दिनों की हिरासत दे दी। दिनाकरण एआईएडीएमके की महासचिव वी.के.शशिकला के भतीजे हैं। पार्टी के चुनाव चिन्ह ‘दो पत्ती’ को हासिल करने के लिए निर्वाचन आयोग के अधिकारियों को सुकेश चंद्रशेखर नामक बिचौलिए के माध्यम से 50 करोड़ रुपये की रिश्वत देने की पेशकश करने के आरोप में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने दिनाकरन को मंगलवार रात गिरफ्तार किया था।
TTV Dinakaran leaves Delhi's Tis Hazari court after being sent to 5-days police custody in AIADMK symbol alleged bribery case. pic.twitter.com/6WoeaSka3Z
— ANI (@ANI) April 26, 2017
सूत्रों के मुताबिक दिनाकरन का निजी सचिव जनार्दन मामले में गवाह बनने के लिये तैयार हो गया है। दिनाकरन ने मंगलवार को कबूल किया था कि उसने चंद्रशेखर से मुलाकात की थी और वह समझता था कि चंद्रशेखर उच्च न्यायालय का न्यायाधीश है। उन्होंने हालांकि पार्टी के चुनाव चिन्ह को बरकरार रखने के लिये बिचौलिये को पैसे देने की बात से इनकार किया। दिनाकरन विवादित अन्नाद्रमुक नेता चंद्रशेखर की गिरफ्तारी के बाद जांच एजेंसियों के रडार पर आये। दिनाकरन का कहना था कि उन्होंने चंद्रशेखर से कभी मुलाकात नहीं की।
पुलिस के मुताबिक, 27 वर्षीय व्यक्ति ने दिनाकरन को बताया था कि उसके चुनाव आयोग में उसके संपर्क है और उसके संपर्क से शशिकला गुट को तमिलनाडु में आरके नगर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में अन्नाद्रमुक का चुनाव चिह्न दो पत्ती मिल जाएगा। मंगलवार को दिल्ली के एक कोर्ट ने पुलिस से कहा था कि वह घूस के आरोप मामले में दिनाकरन के खिलाफ कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है।
