पटियाला हाउस कोर्ट ने स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती उर्फ ​​पार्थ सारथी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। दिल्ली पुलिस ने चैतन्यानंद सरस्वती को 5 दिन की पुलिस हिरासत की अवधि समाप्त होने के बाद पटियाला कोर्ट में पेश किया था।

चैतन्यानंद सरस्वती पर ईडब्ल्यूएस छात्रवृत्ति के तहत पीजीडीएम की पढ़ाई कर रही छात्राओं से छेड़छाड़ करने और जालसाजी का आरोप है।

छात्रा ने बताया- बेहूदे मैसेज भेजकर परेशान करता था चैतन्यानंद

चैतन्यानंद सरस्वती श्री शारदा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडियन मैनेजमेंट एंड रिसर्च का प्रमुख है। पुलिस ने छात्राओं के यौन उत्पीड़न के मामले में उसके इंस्टिट्यूट में कार्यरत तीन महिला अधिकारियों- श्वेता शर्मा, भावना कपिल और काजल के खिलाफ भी कार्रवाई की है।

इन तीनों पर आरोप है कि उन्होंने छात्राओं को धमकी दी और सबूतों को नष्ट किया।

दिल्ली पुलिस ने अल्मोड़ा जाकर की पूछताछ

दिल्ली पुलिस की एक टीम ने उत्तराखंड के अल्मोड़ा में स्थित एक गेस्ट हाउस में भी जाकर पूछताछ की है। चैतन्यानंद यहां कुछ महीने पहले छात्राओं के साथ रुका था। पुलिस ने शनिवार की देर रात को आगरा में एक होटल में छिपे चैतन्यानंद को गिरफ्तार किया था।

दिल्ली पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी और वह इंस्टिट्यूट छोड़कर इधर-उधर छिपता फिर रहा था। उस पर इंस्टीट्यूट की 17 छात्राओं ने छेड़छाड़, अश्लील हरकत करने, आपत्तिजनक संदेश भेजने का आरोप लगाया है। छात्रों की शिकायत के बाद ही वसंत कुंज थाने ने उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।

पुलिस ने इस मामले में उत्तराखंड के बागेश्वर से भी चैतन्यानंद के एक सहयोगी को गिरफ्तार किया है।

उत्तराखंड से चैतन्यानंद का सहयोगी गिरफ्तार, छात्रा के पिता को दी थी धमकी