Delhi CM Attack Case: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर जनसुनवाई के दौरान हुए हमले के कुछ दिनों बाद पुलिस ने कहा कि मुख्य आरोपी ने जिस चाकू का इस्तेमाल करने की योजना बनाई थी, उसे बरामद कर लिया है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपी राजेश सकरिया ने मुख्यमंत्री पर हमला करने के लिए फल बेचने वाले से चाकू लिया था।

पुलिस ने पहले बताया था कि गुजरात के राजकोट का रहने वाले सकरिया ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की वजह से जनसुनवाई में पहुंचने से पहले ही चाकू फेंक गया था। एक अधिकारी ने बताया, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद वह करोल बाग में मौजूद हनुमान मंदिर गया। स्टेशन से निकलते समय उसने एक फल बेचने वाले से चाकू उठाया।”

पुलिस ने तहसीन को किया था गिरफ्तार

पुलिस ने रविवार को इस मामले में दूसरी गिरफ्तारी की थी। सकरिया के दोस्त के बारे में पुलिस ने दावा किया था कि उसे इसके बारे में पहले से पता था। सकरिया और तहसीन दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस ने बताया कि चाकू राजपुर रोड पर मौजूद एक कब्रिस्तान से बरामद किया गया। जांच से जुड़े एक अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “वे दोनों बचपन से एक-दूसरे को जानते थे और राजकोट छोड़ने से पहले भी, सकरिया ने उनसे कहा था कि वह दिल्ली में कुछ बड़ा करेंगे। तहसीन ने उनसे कहा था कि वह उन्हें हर तरह की मदद देंगे और उन्हें ऑनलाइन 2,000 रुपये भी ट्रांसफर किए थे।” दोनों आरोपियों का आमना-सामना भी कराया गया था।

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दिल्ली की मुख्यमंत्री पर कब हुआ हमला?

बता दें कि दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता 20 अगस्त को जनसुनवाई कर रहीं थीं। इस दौरान एक शख्स ने उन पर हमला कर दिया। यह आरोपी गुजरात के राजकोट का रहने वाला राजेशभाई खिमजी है। इसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में मुख्यमंत्री कार्यालय ने एक जारी बयान में इसे हत्या की साजिश करार दिया था। उस हमले के बाद से ही दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की सुरक्षा को लेकर विवाद बढ़ गया था और इस वजह से केंद्र सरकार ने उन्हें जैड कैटेगरी की सीआरपीएफ सुरक्षा देने का फैसला किया। लेकिन अब एक बार फिर उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस को दे दी गई है।