Delhi Rekha Gupta Government: दिल्ली में रेखा गुप्ता के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार ने कांग्रेस छोड़कर आए दो नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी है। इन नेताओं के नाम अरविंद सिंह लवली और राजकुमार चौहान हैं। याद दिलाना होगा कि ये दोनों ही नेता दिल्ली कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार थे।

रेखा गुप्ता सरकार ने अरविंदर सिंह लवली को ट्रांस यमुना विकास बोर्ड का और राजकुमार चौहान को दिल्ली ग्राम विकास बोर्ड का अध्यक्ष बनाया है। सूत्रों के मुताबिक इस बारे में फैसला हाल ही में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया और इसे लेकर जल्द ही नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा।

इन दोनों बोर्ड के सदस्यों की नियुक्ति भी सरकार जल्द ही करेगी।

पुराने नेता हैं लवली और चौहान

लवली दो बार दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष रहे थे। लवली और राजकुमार चौहान लंबे वक्त तक शीला दीक्षित की सरकार में मंत्री भी रहे थे और तमाम अहम विभाग उन्होंने संभाले थे लेकिन 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले लवली और राजकुमार चौहान बीजेपी में आ गए थे।

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बीजेपी ने लवली को गांधीनगर और चौहान को मंगोलपुरी सीट से उम्मीदवार बनाया था। दोनों ही नेता चुनाव जीतने में कामयाब रहे थे।

अरविंदर सिंह लवली 1998, 2003, 2008 और 2013 में लगातार चार बार विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं लेकिन 2015 और 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। राजकुमार चौहान भी 1993 से 2008 तक लगातार चार बार विधानसभा का चुनाव जीते लेकिन उसके बाद वह भी हार का सामना कर रहे थे।

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27 साल बाद सत्ता में लौटी है बीजेपी

बताना होगा कि इस साल दिल्ली में फरवरी में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने बड़ी जीत दर्ज की और पार्टी का 27 साल का वनवास खत्म हुआ था। 70 सीटों वाली विधानसभा में बीजेपी को 48, आम आदमी पार्टी को 22 सीटों पर जीत मिली थी। कांग्रेस का एक बार फिर खाता नहीं खुला था।

चुनाव जीतने के बाद बीजेपी ने रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाया था। रेखा शालीमार बाग सीट से विधायक हैं। उन्होंने विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार वंदना कुमारी को 29,595 वोटों के बड़े अंतर से मात दी थी। रेखा गुप्ता ने ABVP के जरिये छात्र राजनीति में प्रवेश किया। वह 1995-96 में दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की सचिव और 1996-97 में अध्यक्ष बनीं। इसके बाद उन्होंने बीजेपी में रहकर राजधानी में सक्रिय राजनीति की। दिल्ली नगर निगम में पार्षद की जिम्मेदारी संभालने के बाद वह पहली बार विधायक बनी हैं। वह बीजेपी महिला मोर्चा में कई बड़े पदों पर रही हैं।

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