दिल्ली विधानसभा द्वारा 7 विभागों की स्थायी समितियों का गठन कर दिया है। विधानसभा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता की मंजूरी के बाद इन सभी समितियों का गठन किया गया है। प्रत्येक समिति में 9 सदस्य शामिल किए गए हैं। इस समिति का कार्यकाल 31 मार्च 2026 तक रहने वाला है। अगले वित्तीय वर्ष में फिर समिति गठित की जाएगी। इस सभी समितियों के अध्यक्ष बीजेपी के विधायक बनाए गए हैं। जबकि समिति में सदस्य के तौर पर आप विधायकों को जगह मिली है। इसको लेकर विधानसभा सचिवालय द्वारा लेटर जारी किया गया है।

विधानसभा की शिक्षा समिति का अध्यक्ष बीजेपी विधायक उमंग बजाज को बनाया गया है। वो प्राथमिक और उच्च शिक्षा, कला और खेल से जुड़े विभागों को देखेंगे। प्रशासनिक मामलों की समिति की जिम्मेदारी बीजेपी विधायक कैलाश गहलोत को सौंपी गई है। ये समिति कानून, सेवाएं, सतर्कता और सूचना प्रौद्योगिकी की निगरानी करेंगे।

गोयल वित्त तो लवली स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष

विधानसभा की शहरी और ग्रामीण विकास, भूमि व राजस्व और उद्योग विभाग की नेतृत्व बीजेपी विधायक राजकुमार चौहान करेंगे। लोक उपयोगिता और नागरिक सुविधा समिति का अध्यक्ष संदीप सहरावत को बनाया गया है। वो पीडब्ल्यूडी, बिजली, जल आपूर्ति और बाढ़ नियंत्रण जैसे विभागों का काम देखेंगे। समाज कल्याण, श्रम और खाद्य आपूर्ति जैसे विषयों पर काम बीजेपी विधायक नीलम पहलवान देखेंगी, उनको कल्याण समिति का अध्यक्ष बनाया गया है।

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वित्त और परिवहन समिति का अध्यक्ष बीजेपी विधायक अशोक गोयल को बनाया गया है। गोयल वित्त, कर, योजना, परिवहन और पर्यटन जैसे विभागों की समीक्षा करेंगे। जबकि स्वास्थ्य समिति के अध्यक्ष बीजेपी विधायक अरविंदर सिंह लवली होंगे, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य, परिवार कल्याण और खाद्य सुरक्षा विभागों की जिम्मेदारी संभालेंगे। हालांकि समितियों में आप विधायकों को भी जगह मिली है। ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान, इमरान हुसैन और संजीव झा को समिति का सदस्य बनाया गया है।