दिल्ली नगर निगम चुनाव को लेकर बुधवार को होने वाली घोषणा को राज्य चुनाव आयोग ने ऐन मौके पर टाल दिया। इस बाबत बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन के करीब आधे घंटे पहले केंद्र का उपराज्यपाल की ओर से एक प्रस्ताव राज्य चुनाव आयुक्त को मिला। इसके बाद चुनाव की घोषणा अगले फैसले तक टाल दी गई।
दिल्ली के राज्य निर्वाचन आयुक्त (एसईसी) एसके श्रीवास्तव ने कहा कि शायद केंद्र सरकार तीनों नगर निगमों का पुनर्गठन करना चाहती है। हो सकता है कि तीनों निगमों को मिलाकर एक कर दिया जाए। श्रीवास्तव ने कहा कि मुझे शाम 4:30 बजे केंद्र सरकार से कुछ संदेश मिला है, इसलिए मैं अभी तारीखों की घोषणा करने में समर्थ नहीं हूं। इससे पहले, एसईसी शाम पांच बजे संवाददाता सम्मेलन के दौरान तारीखों की घोषणा करने वाले थे।
उन्होंने कहा कि अब उन्हें यह घोषित करने में 5-7 दिन और लगेंगे। श्रीवास्तव ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार शायद एमसीडी का पुनर्गठन करना चाहती है। हो सकता है कि वे तीनों निगमों को फिर से मिला दें, इसलिए हमें इस पर विचार करना होगा और फिर एमसीडी चुनाव की तारीखों की घोषणा करनी होगी। हम उनकी सलाह पर गौर करेंगे और साथ ही कानूनी विकल्पों पर विचार करेंगे।
श्रीवास्तव ने कहा कि अगर तीनों निगम एक हो जाते हैं तो हमें उसी के अनुसार फैसला करना होगा। हम इस मुद्दे पर कानूनी राय ले रहे हैं।
दिल्ली के चुनाव आयुक्त एसके श्रीवास्तव ने कहा है कि केंद्र सरकार ने कुछ ऐसे मुद्दे उठाए हैं, जिनकी कानूनी रूप से जांच बाकी है। हमें कुछ और दिन लगेंगे। हमें 18 मई से पहले चुनाव कराना है।
उन्होंने आगे कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि हम चुनाव स्थगित कर रहे हैं। अभी समय है और तय समय के भीतर चुनाव होंगे। उत्तरी और दक्षिण दिल्ली नगर निगमों में हरेक में 104 वार्ड हैं। पूर्वी दिल्ली नगर निगम में 64 वार्ड हैं। आधे वार्ड महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं। इसके अलावा अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए भी वार्ड आरक्षित हैं।