भारतीय जनता पार्टी से निलंबित सांसद और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने आखिरकार कांग्रेस का दामन थाम लिया। सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में उन्होंने आधिकारिक रूप से कांग्रेस की सदस्यता ले ली। उन्हें शुक्रवार को ही शामिल होना था लेकिन पुलवामा हमले के चलते कांग्रेस ने यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया था। सोमवार को उन्होंने ट्वीट करते हुए AICC (अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी) मुख्यालय में कांग्रेस ज्वॉइन करने का ऐलान किया। गौरतलब है कि वे लंबे समय से बगावत किए हुए थे। कीर्ति आजाद के पिता भागवत झा आजाद बिहार के मुख्यमंत्री थे।
अरुण जेटली को लिया था निशाने परः इससे पहले आजाद ने कहा, ‘पुलवामा हमले के चलते देश में शोक है। कोई व्यक्ति या पार्टी देश से बढ़कर नहीं हो सकती और सैनिकों की शहादत पूजनीय है उनके सम्मान में कार्यक्रम को स्थगित करने का निर्णय लिया गया।’ उल्लेखनीय है कि कीर्ति आजाद को कुछ साल पहले दिल्ली जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) में घोटाले का आरोप लगाते हुए सीनियर बीजेपी नेता और मोदी सरकार के वित्त मंत्री अरुण जेटली को घेरा था। इसके लिए उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कई सबूत भी पेश किए थे। हालांकि बाद में मानहानि का मुकदमा लगने के बाद उन्होंने अपना आरोप वापस ले लिया था। इसके बाद से ही वे बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी कर रहे हैं।
दरभंगा से सांसद चुने जाने के पहले वे दिल्ली में गोल मार्केट क्षेत्र से विधायक भी रह चुके हैं। 23 दिसंबर 2015 को उन्हें बीजेपी से निलंबित कर दिया गया था। इसके बाद से ही उनके आरजेडी या कांग्रेस में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे।

