छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले मंगलवार को नक्सलियों ने हिंसा की बड़ी वारदात को अंजाम दिया। यहां के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने पुलिस और मीडिया को निशाना बनाया। जिसमें दो पुलिसकर्मियों और दूरदर्शन के एक कैमरा मैन समेत 3 लोगों की मौत हो गई। जानकारी के मताबिक, नक्सलियों ने हमला उस वक्त किया जब मीडिया की एक टीम कुछ पुलिसकर्मियों के साथ एक गांव की ओर जा रही थी।
दो रिपोर्टर्स ने 150 मीटर रेंग कर बचाई जानः हमले के बाद इलाके की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव ने कहा- दूरर्शन के दो रिपोर्टर्स ने 150 मीटर रेंग कर जान बचाई। हमले के दौरान जब दिल्ली से आए दो रिपोर्टर्स पर नक्सलियों ने हमला किया तो हमारे जवानों ने उन्हें बचाया। इस दौरान एक सब इंस्पेक्टर और एक कांस्टेबल की मौत हो गई। एसपी ने कहा कि उनके 30 जवानों ने 300 नक्सलियों को खदेड़ दिया, वरना हिंसा की यह घटना और भी बड़ी हो सकती थी।
एसपी हुए भावुकः दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव हिंसा की इस घटना पर मीडिया से बात करते हुए भावुक हो गए। एसपी ने बताया कि पिछले 15 दिनों से देश-विदेश के मीडियाकर्मी यहां आ रहे थे और आगामी चुनाव और इलाके में जो विकास हुआ है, उसे लेकर स्थानीय लोगों से बाते कर रहे थे। एसपी ने जानकारी देते हुए कहा कि नक्सली गांवों तक जाने वाली इन सड़कों को काटना चाहते थे और इसके लिए गांव वालों को पिछले 10 दिनों से पिटाई की जा रही थी। दरअसल मीडिया द्वारा बाहर बातें निकल रहीं थी कि किस तरह गांव वाले विकास चाहते हैं और वोट डालना चाहते हैं, उसी से बौखलाकर नक्सलियों ने इस घटना को अंजाम दिया।
कैमरामैन का कैमरा ले गएः एसपी अभिषेक पल्लव ने बताया कि नक्सली हमले के बाद एक मीडियाकर्मी का कैमरा अपने साथ ले गए हैं। नक्सलियों ने दूरदर्शन के 2 अन्य मीडियाकर्मियों को भी गंभीर रुप से घायल कर दिया था। इस हिंसा में 2 पुलिसकर्मी और एक स्थानीय निवासी घायल भी हुए हैं।
45 मिनट तक चली भारी गोलीबारीः नक्सली हमले में बचे दूरदर्शन के रिपोर्टर धीरज कुमार ने हमले के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि कैमरामैन साहू एक अलग कार में उनकी गाड़ी से 50 मीटर आगे थे, जब उन पर गोलीबारी हुई। जब हम पर गोलीबारी शुरु हुई तो मैं एक गड्ढे में गिर गया। 45 मिनट तक कई राउंड फायरिंग और मेरे नजदीक ग्रेनेड हमले हुए।