तमिलनाडु के मदुरई के तिरुवदुथुरई गांव में शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि यहां एक दलित को अपने समुदाय के लिए आवाज उठाने पर दबंगों ने प्रताड़ित किया। उसके शरीर पर टॉयलेट किया गया। साथ ही, उसे मानव मल खाने के लिए मजबूर किया गया। जानकारी के मुताबिक, पीड़ित को तीन साल पुरानी दुश्मनी के चलते निशाना बनाया गया। पीड़ित ने कहा कि वह इतना अपमानित किया गया कि वह आत्महत्या करना चाहता था। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने पीड़ित को पेड़ से बांधा और उसके शरीर पर टॉयलेट किया। इसके बाद उसे मानव मल खिलाया। आरोपियों के नाम मुत्थु, राजेश और राजकुमार बताए जा रहे हैं।

ईंट- भट्टे का मालिक है पीड़ित: बता दें कि पीड़ित ईंट-भट्ठे का मालिक है। यह वारदात तब हुई, जब वह भट्टे से लौट रहा था। रास्ते में एक गैर-दलित शख्स ने उस पर पत्थर फेंका, जिससे वह बाइक से गिर गया तो 2 अन्य गैर-दलितों ने उस पर हमला कर दिया। इसके बाद मुत्थु ने पीड़ित के मुंह में जबरन मानव मल भर दिया।

National Hindi News, 08 May 2019 LIVE Updates: दिनभर की हर खबर सिर्फ एक क्लिक पर

मौके से फरार हुए आरोपी: आरोपियों ने जब देखा कि स्थानीय निवासी पाक्करिसमाी आ रहा है तो आरोपी पीड़ित को छोड़कर भाग गए। स्थानीय निवासी पीड़ित को थाने ले गया। जानकारी के मुताबिक, पीड़ित का मामला पुलिस दर्ज नहीं कर रही थी, जिसके बाद पीड़ित के समर्थकों ने विरोध जताया। ऐसे में पुलिस ने केस दर्ज किया। हालांकि, एफआईआर में जबरन मानव मल खिलाने का जिक्र किया गया, लेकिन आरोपियों के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के केस दर्ज नहीं किया।

पुलिस गिरफ्त में सिर्फ एक आरोपी: बताया जा रहा है कि पुलिस तीनों आरोपियों को पकड़ सकती थी, लेकिन सिर्फ एक आरोपी मुत्थु को ही गिरफ्तार किया गया। उसके खिलाफ जाति के नाम पर पीड़ित को गाली देने का मुकदमा दर्ज हुआ था।

विवाद की यह है वजह: दरअसल, पूरा मामला लगभग तीन साल पहले का है। उस दौरान पीड़ित शख्स ने कुछ दलित युवकों और उनके परिवारों के समर्थन में आवाज उठाई थी। यह घटना तिरुवदुथुरई में अय्यर मंदिर उत्सव के दौरान हुई थी। हालांकि, यह मामला पुलिस थाने में ही सुलझा लिया गया था। उस वक्त इस संबंध में कोई केस दर्ज नहीं हुआ था।