परतापुर के गांव सोरखा में बुधवार को दिनदहाड़े एक मां व उसके बेटे की ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई। पुलिस वारदात के पीछे चुनावी रंजिश मान रही है। घटना की जानकारी मिलने के बाद एसएसपी मंजिल सैनी व एसपी सिटी मानसिंह चौहान भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। शुरुआती जांच में सामने आया है कि मृतकों को हत्या के मामले में शुक्रवार को अदालत में गवाही देनी थी। पूरा मामला सीसीटीवी कैमरे में कैद कर लिया गया है। लेकिन इस मामले में पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक गांव सोरखा में दो चचेरे भाइयों में प्रधानी चुनाव को लेकर विवाद हुआ था। इसके बाद मालू ने अपने चचेरे भाई नरेंद्र की 2016 में हत्या कर दी थी। इस मामले में मालू उर्फ सोबीर जेल में बंद हैं। तभी से दोनों के बीच रंजिश चली आ रही थी। इसी रंजिश को लेकर बुधवार को तीन युवकों ने भोलू उर्फ बलविंदर व उसकी मां नक्षत्र कौर पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर उनकी हत्या कर दी। पुलिस ने दोनों शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। गांव में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
छात्रा ने एसएसपी कार्यालय में खुद को आग लगाने की कोशिश की
छेड़छाड़ से तंग आकर एक छात्रा ने मंगलवार को एसएसपी कार्यालय परिसर में खुद को जिंदा जलाने का प्रयास किया। छात्रा जब अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़ककर आग लगाने की कोशिश कर रही थी तभी वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उस पर काबू पा लिया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक पल्लवपुरम क्षेत्र के पल्हैड़ा की रहने वाली 19 साल की एक छात्रा ने गत दिसंबर में अपने साथ हो रही छेड़छाड की घटना को लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। लेकिन पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने के बावजूद आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। आरोपी युवक छेड़छाड़ के साथ छात्रा के विरोध करने पर उसको जान से मारने की धमकी भी देता था। पुलिस के लगातार चक्कर लगाने के बाद भी जब आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो परेशान होकर पीड़िता मंगलवार को एसएसपी आफिस पहुंची। उस समय एसएसपी कार्यालय में फरियादियों की सुनवाई कर रहे थे। इसी बीच छात्रा ने एसएसपी कार्यालय परिसर में अपने ऊपर मिट्टी का तेल छिड़ककर आत्महत्या का प्रयास किया। लेकिन वहां मौजूद पुलिस वालों ने छात्रा को पकड़कर आग लगाने से रोक लिया।
बाद में पुलिस वालों ने छात्रा व उसके परिजनों की एसएसपी मंजिल सैनी से मुलाकात कराई। पीड़िता ने अपना दुखड़ा सुनाते हुए आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उसने थाना स्तर से कोई सुनवाई न होने की भी बात कही। एसएसपी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए सीओ दौराला व पल्लवपुरम थाना प्रभारी को तलब किया। एसएसपी ने इस मामले में थाना प्रभारी दिलीप कुमार शर्मा की भूमिका को लेकर जांच के आदेश दिए और दारोगा विनोद कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। मेरठ में छेड़छाड़ की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। एक पखवाड़ा पहले भावनपुर में छेड़छाड़ की घटना से परेशान होकर एक लड़की ने आत्महत्या कर ली थी। लेकिन पुलिस छेड़छाड़ की घटनाओं पर काबू पाने में नाकाम साबित हो रही है।
