Astha Saxena, Divya Goyal

यूनाइटेड किंगडम (यूके) में कोरोना वायरस महामारी का नया स्ट्रेन मिलने के बाद भारत सरकार ने वहां से आने वाले यात्रियों की खासी निगरानी शुरू की है। इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने यूके से आने वाले यात्रियों के लिए एसओपी भी जारी की है। मगर ब्रिटेन से भारत आ रहे यात्रियों की कड़ी निगरानी की बावजूद मंगलवार को दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे पांच कोरोना संक्रमित यात्री लापता हो गए। इनमें तीन को मंगलवार रात तक संबंधित अधिकारियों ने ट्रेस कर राजधानी के लोक नायक हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया।

द इंडियन एक्सप्रेस को अपनी पड़ताल में चला कि बाकी दो कोविड-19 मरीजों में से एक लुधियाना पहुंच गया जबकि दूसरा आंध्र प्रदेश पहुंच गया। हालांकि बाद में दोनों को वापस लाया गया। सूत्रों के अनुसार दिल्ली लौटे 46 वर्षीय अमृतसर में पंडोरी गांव निवासी को जांच में कोरोना की पुष्टि हुई थी। वो एयरपोर्ट से अचानक गायब हो गए और लुधियाना जा पहुंचे। यहां उन्होंने एक निजी हॉस्पिटल में खुद की जांच कराई।

लुधियाना के एडिशनल डिप्टी कमिश्नर संदीप कुमार ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि मरीज को बुधवार सुबह दोबारा दिल्ली शिफ्ट कर दिया। वो कोविड-19 के नए स्ट्रेन से पीड़ित हैं या नहीं, अभी इसकी जानकारी नहीं लग सकी है। नाम ना बताने की शर्त पर पंजाब के एक वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि अधिकारियों से चूक हुई है। क्योंकि शख्स संक्रमण की पुष्टि होने के बावजूद यात्रा करने में कामयाब रहा।वो अमृतसर का निवासी है मगर लुधियाना पहुंचा। यहां उसका भतीजा एक हॉस्पिटल में काम करता है और उसने यहीं भर्ती होने का फैसला लिया।

उन्होंने बताया कि शाम करीब साढ़े चार बजे हमें दिल्ली से अधिकारियों का फोन आया। उन्होंने बताया कि पंजाब निवासी एक कोरोना मरीज एयरपोर्ट से भाग निकला है। प्रोटोकॉल के अनुसार हमने तुरंत उसकी तलाश शुरू कर दी। उसी दिन शाम पांच बजे वो अपनी पत्नी के साथ फोर्टिस हॉस्पिटल पहुंचा। वहां वो आइसोलेशन में था। हालांकि हमने उसकी पत्नी और भतीजे को भी एकांतवास में रखा है।

इधर आंध्र प्रदेश के मामले में स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि उसका पता बुधवार दोपहर को ही चल पाया था। इसके तुरंत बाद ही उसे दिल्ली वापस लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी। दिल्ली के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विभाग उस कमी का पता लगाने की कोशिश कर रहा जिसके चलते वो भागने में सफल रहा और आंध्र प्रदेश पहुंच गया। बता दें कि दिल्ली सरकार ने इस संबंध में अखबार के सवालों का जवाब नहीं दिया। इसके अलावा दिल्ली स्वास्थ्य और परिवार कल्याण के विशेष सचिव उदित राज ने भी फोन कॉल्स का जवाब नहीं दिया।