कोरोना वायरस के 142 संदिग्ध मामले सामने आने के बाद बिहार सरकार ने 31 मार्च तक सभी सरकारी और निजी स्कूल-कॉलेज , आंगनबाड़ी, सिनेमा हॉल बंद करने का फैसला किया है। साथ ही 21-22 मार्च को बिहार दिवस पर होने वाले कार्यक्रमों को रद्द कर दिया है। मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बिहार के सभी ज़िलों के आलाधिकारियों के साथ इस सिलसिले में शुक्रवार शाम वीडियो कांफ्रेंसिंग कर जरूरी हिदायतें दी है। भागलपुर की आयुक्त बंदना किन्नी, डीआईजी सुजीत कुमार, ज़िलाधीश प्रणब कुमार, एसएसपी आशीष भारती, नौगछिया की एसपी निधि रानी वीडियो कांफ्रेंसिंग में मौजूद रही। इसके बाद भागलपुर के ज़िलाधीश ने पत्रकारों को बरती जा रही एहतियात के बारे में बताया।
उन्होंने बताया कि स्कूल-कालेज के अलावे सार्वजनिक कार्यक्रमों पर भी रोक लगाई है। मगर राज्य में चल रही सीबीएसई की परीक्षा जारी रहेगी। स्कूलों के इंटरनल बाकी परीक्षाएं रोकने को कहा गया है। इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई । जिसमें स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय और आलाधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक खत्म होने के बाद पटना में मुख्य सचिव दीपक कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार के निर्णय से अवगत कराया।
मुख्य सचिव दीपक कुमार ने फोन पर बताया कि सभी सरकारी और निजी स्कूल और कॉलेज, कोचिंग संस्थान 31 मार्च तक बंद रहेंगे। मिड डे मील का पैसा डीएनटी के माध्यम से बच्चों के माता-पिता के खाते में ट्रांसफर होंगे। साथ ही सभी आंगनबाड़ी केंद्र भी बंद कर देने का आदेश जारी किया गया है।। राज्य में सभी सिनेमा हॉल भी बंद रहेंगे। बड़े हॉल की बुकिंग 31 मार्च तक नहीं होगी। अस्पताल में आईसीयू और वेंटिलेटर की संख्या बढ़ाई जा रही है। अभी तक 142 लोग संदिग्ध पाए गए जिसमें से 73 को डिस्चार्ज कर दिया गया है।
मुख्य सचिव ने बताया कि बिहार दिवस कार्यक्रम 21-22 मार्च तक रद्द रहेगा। हर बॉर्डर पर चेकिंग होगी। अस्पताल में बिस्तर की संख्या बढ़ाई गई है। ‘जितने तरह के स्पोर्ट्स, कल्चरल फेस्टिवल यथासंभव स्थगित किए जाएंगे। इसके अलावा सरकारी पार्क और चिड़ियाघर भी बंद रहेंगे। दीपक कुमार ने कहा कि ‘लोगों से अपील है कि घर में रहें और सीमित एक्टिविटी ही रखे। वहीं सरकारी दफ्तरों में कर्मियों को एक दिन छोड़कर ( ऑल्टरनेट ) बुलाया जाए।’
मुख्य सचिव के मुताबिक बिहार के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच) में सभी डॉक्टरों और कर्मचारियों की छुट्टियों को रद्द कर दिया गया है। इसी तरह ज़िलों के डीएम ने छुटियां रद्द की है। इस वक्त बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल पीएमसीएच में कोरोना वायरस का संदिग्ध एक मरीज है। जिसको आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। इस शख्स का नाम विनोद कुमार है। विनोद समस्तीपुर का रहने वाला है। जानकारी के मुताबिक कुछ दिन पहले ही यह दुबई से वापस भारत आया था। इसी तरह मुंगेर में भी एक संदिग्ध की पहचान की गई है।
वहीं दूसरी ओर राज्य के सभी जिलों में चलने वाले आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी रोक लगा दी गई है। सरकार का यह फैसला अगले आदेश तक लागू रहेगा। इसका असर तकरीबन डेढ़ लाख आंगनबाड़ी केंद्रों पर पड़ेगा। इसके साथ ही 14 मार्च को पटना में होने वाले ‘बहार स्टार्टअप कॉन्क्लेव’ के कार्यक्रम को भी बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने रद्द कर दिया है।

