प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार रात लॉकडाउन की घोषणा करते ही बिहार के भागलपुर जिले में लोग जरूरत का सामान खरीदने दुकानों और सब्जी मंडी पहुंच गए। कई जगहों से जमाखोरी और कालाबाजारी की भी शिकायतें सामने आईं। इसके बाद बुधवार सुबह पुलिस ने ऊंचे दाम में सब्जी बेचने वाले को हिरासत में लिया। वहीं, भागलपुर के डीएम प्रणब कुमार ने जमाखोरों पर सख्त कार्रवाई की बात भी कही है।

जिले में कुछ जगहों पर आलू-प्याज दोगुने दाम पर बिका। आटा भी 36 से 40 रुपये प्रतिकिलो बिक रहा है। सुधा डेयरी का दूध 56 रुपये प्रति लीटर में बेचा जा रहा है, जबकि इसका दाम 43 रुपये है। वहीं, बुधवार सुबह सब्जी मंडी में आलू-प्याज की कीमत में अचानक इजाफा होने के बाद लोगों ने हंगामा कर दिया। इस पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। तब जाकर मामला शांत हुआ। पुलिस ने ऊंची कीमत पर आलू-प्याज बेचने वालों में से एक को हिरासत में भी लिया। फिर भी ऊंचे दाम में सामान बेचने के मामले सामने आए हैं। वहीं, लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों पर भी पुलिस की कार्रवाई जारी है।

पुलिस के मुताबिक, अभी तक 50 से ज्यादा लोगों पर लॉकडाउन का उल्लंघन करने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। गया, नवादा, नालंदा, सिवान जिले में 50 से ज्यादा गिरफ्तारियां हुई हैं। भागलपुर में 50 से ज्यादा, जबकि पूरे बिहार में 1300 से अधिक वाहन जब्त किए गए हैं। बता दें कि लॉकडाउन को कारगर तरीके से लागू कराने के लिए पुलिस चौक-चौराहों पर तैनात है।एसएसपी आशीष भारती ने लाउडस्पीकर से शहरभर में लोगों से घरों में रहने की अपील की।

वहीं, मंगलवार को डीएम ने अपने दफ्तर में अखबारों के संपादकों के साथ बैठक की और अखबार के बंडल ले जाने वाली गाड़ियों को पास दिलाने की बात कही।बशर्ते, वे लौटते समय सवारियां न बैठाएं। बता दें कि पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कोरोना के संदिग्ध मरीज का टेस्ट पॉजीटिव आया है। जिसके बाद बिहार में कोरोना के मरीजों की संख्या 4 पहुंच गई है।