ओडिशा के बालासोर में हुए भयंकर ट्रेन हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे में अभी तक 261 लोगों की मौत हो चुकी है और 900 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। अब जांच की शुरुआती रिपोर्ट सामने आ गई है जिसमें बताया गया है कि सिग्नल फेल की वजह से ये हादसा हुआ है।
जांच में क्या सामने आया?
निरीक्षण रिपोर्ट जो सामने आई है, उसके मुताबिक समय रहते दूसरी ट्रेन को सिग्नल ही नहीं मिल पाया था, उसी वजह से एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनें आ गईं और ये बड़ा हादसा हो गया। अभी तक इस रिपोर्ट को लेकर कोई आधिकारिक बयान तो जारी नहीं किया गया है, लेकिन खबर है कि सिग्नल ना मिलना ही हादसे की बड़ी वजह बना है। यहां तकनीकी शब्द लूप लाइन है। असल में जब किसी स्टेशन पर एक ट्रेन को पास कराना होता है तो दूसरी ट्रेन को लूप लाइन पर रखा जाता है। इस केस में भी मालगाड़ी लूप लाइन पर थी जिससे कोरोमंडल एक्सप्रेस के लिए रास्ता क्लियर हो सके। अब कोरोमंडल एक्सप्रेस तेज रफ्तार से गुजर रही थी, तभी उसके कुछ डिब्बे पटरी से उतर गए। इस वजह से कुछ डिब्बे मागलाड़ी से जा टकराए। फिर उसी ट्रैक पर दौड़ती हुई यशवंतपुर हावड़ा एक्सप्रेस आई और कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गई।
सहायता राशि का ऐलान
अभी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हादसे वाली जगह जाने वाले हैं। वे वहां जा पीड़ितों से अस्पताल में मुलाकात करेंगे, अधिकारियों के साथ बैठक भी कर सकते हैं। हादसे की बात करें तो अभी 1000 के करीब लोग घायल बताए जा रहे हैं, बंगाल से लेकर ओडिशा तक के कई अस्पतालों में लोगों को भर्ती करवाया गया है। मृतकों के परिवारों के लिए 10 लाख की सहायता का ऐलान किया गया है, ज्यादा गंभीर लोगों के लिए 2 लाख रुपये और हल्की चोट वालों के लिए 50 हजार रुपये देने की बात हुई है।
कांग्रेस ने हादसे पर क्या बोला?
कांग्रेस ने ओडिशा के बालासोर जिले में हुए भीषण रेल हादसे पर दुख जताते हुए शनिवार को कहा कि यह दुर्घटना इस बात को सोचने के लिए बाध्य करती है कि रेलवे में सुरक्षा हमेशा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि इस दुर्घटना को लेकर कई सवाल उठाने की जरूरत है, लेकिन उनकी पार्टी इन सवालों को रविवार को उठाएगी।