मध्य प्रदेश के मन्दसौर नगरपालिका के वार्ड संख्या 1 के चुनाव में भाजपा को फिर करारी हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस लगातार पांचवीं बार यहां से जीत दर्ज करने में कामयाब रही। कांग्रेस प्रत्याशी रूपल संचेती ने भाजपा प्रत्याशी प्रीति रोखले को 951 वोटों से हराया। संचेती परिवार का यहां सन्‌ 2000 से कब्जा बरकरार है। दिसंबर 2015 में हुए नपा चुनाव में भी इस वार्ड में आशा संचेती ने भाजपा प्रत्याशी रमा माथुर को 829 मतों हराया था। अब हार का अंतर बढ़कर 951 हो गया है। जबकि भाजपा ने इस बार यहां अपना पूरा दम लगा दिया था।

हैरत की बात यह है कि यहां इस बार आशा से काफी कम केवल 55.14% प्रतिशत मतदान हुआ था उसके बावजूद संचेती इतने बड़े अंतर से चुनाव जीत गईं। गौतरलब है कि इस सीट पर पिछली बार रूपल संचेती की सास आशा संचेती करीब 830 वोटों से जीती थीं। उनके निधन के बाद उपचुनाव में कांग्रेस ने संचेती परिवार को फिर से मौका दिया था।

इस बार प्रत्याशी चयन के बाद से ही भाजपा के तमाम रणनीतिकार दावा कर रहे थे कि वार्ड में कांग्रेस की लगातार जीत के इतिहास को बदल देंगे। भाजपा ने अपनी तैयारी भी इसी तरह से की थी, पर जमीनी स्तर पर शायद भाजपा के रणनीतिकार सही आकलन नहीं कर पाए। कलेक्टोरेट परिसर में बुधवार सुबह 9 बजे से मतगणना शुरू हुई। इसमें रूपल संचेती को 1519 और प्रीति रोखले को 568 मत मिले। कलेक्टर स्वतंत्रकुमार सिंह ने विजयी प्रत्याशी रूपल संचेती को निर्वाचन प्रमाण पत्र सौंपा।