राजस्थान में एक तरफ विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है और इसी बीच पाटलय खेमे के माने जाने वाले विधायक रामनिवास गावड़िया ने सोमवार को शादी रचा ली। परबतसर स्थित गांव में उनके विवाह का कार्यक्रम हुआ और रिसेप्शन जयपुर में दिया जाएगा। उनकी शादी में कुछ विधायक और मंत्री भी शामिल हुए।
29 साल के रामनिवास गावड़िया तब काफी चर्चा में रहे थे जब सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच विवाद की चर्चाएं चल रही थीं। रामनिवास राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रसंघ नेता रह चुके हैं। कई बार उन्होंने खुल्लम खुल्ला ट्वीट करके अशोक गहलोत को निशाने पर लिया था।
रामनिवास जब विधायक बने थे तो उनकी उम्र केवल 27 साल थी। रामनिवास का नाम मुखर विधायकों में आता है। नागौर जाते वक्त राहुल गांधी भी रामनिवास के घर रुके थे। उधार राजस्थान में फोन टेपिंग को लेकर एक बार फिर सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है। हालांकि रामनिवास अपनी शादी की रिसेप्शन की तैयारी में व्यस्त हैं।
अशोक गहलोत ने आठ महीने बाद कबूल कर लिया है कि राजस्थान में बगावत के दौरान उन्होंने पायलट खेमे के विधायकों के फोन टेप करवाए थे। इस बयान के बाद बवाल मच गया है। सरकार ने विधानसभा में पूछे गए एक सवाल में बताया था कि मंजूरी लेने के बाद यह कदम उठाया जा सकता है।
गहलोत सरकार ने कई नियमों का हवाला देते हुए कहा कि फोन टेपिंग का कदम प्रावधानों का ध्यान रखते हुए उठाया गया था। बता दें कि पिछले साल जब राजस्थान सरकार पर संकट आया था तो कांग्रेस नेताओं के बीच हुई बातचीत वायरल हो गई थी।
राजस्थान में बगावत के समय भंवरलाल शर्मा, गजेंद्र सिंह शेखावत और विश्वेंद्र सिंह के नाम से कई ऑडियो वायरल हो गए थे। उसके बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हुआ। हालांकि कांग्रेस की सरकार बच गई और अशोक गहलोत सचिन पायलट को मनाने में कामयाब रहे। इसमें कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को भी दखल देना पड़ा था।