Lok Sabha Election 2019 से ठीक पहले शीला दीक्षित ने ऐसा बयान दिया है जो कांग्रेस के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है। दिल्ली कांग्रेस की अध्यक्ष शीला दीक्षित ने माना कि आतंकवाद से मुकाबले में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुकाबले कमजोर थे। हालांकि इसके साथ ही शीला ने यह भी कहा कि मोदी के कदम चुनावी फायदे के लिए उठाए गए थे। दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री ने न्यूज-18 से बातचीत में यह बड़ा बयान दिया है।

मुंबई हमले पर जवाब दे रही थीं शीलाः सीनियर कांग्रेस नेता ने मुंबई में हुए 26/11 हमले के संबंध में पूछे गए सवाल के जवाब में यह बात  कहा, ‘मनमोहन सिंह मोदी की तरह मजबूत और दृढ़ निश्चयी नहीं थे। लेकिन ऐसा भी लग रहा है कि वे (पीएम मोदी) सियासी फायदे के लिए ऐसा कर रहे हैं।’ उल्लेखनीय है कि मुंबई हमले के खिलाफ मनमोहन सरकार ने सैन्य कार्रवाई कर जवाब देने का फैसला लिया था। 26 नवंबर 2008 को हुए इस हमले में 150 से ज्यादा लोग मारे गए थे।

शीला ने अपने बयान पर दी सफाईः अपने बयान पर मचे हंगामे के बाद प्रतिक्रिया देते हुए शीला दीक्षित ने कहा, ‘मैंने देखा मीडिया में कुछ मेरे एक इंटरव्यू में दिए गए बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं। कुछ लोगों को लग सकता है कि मोदी आतंक के खिलाफ ज्यादा मजबूत हैं लेकिन यह चुनावी स्टंट से ज्यादा कुछ नहीं है।’

 

उल्लेखनीय है कि मोदी सरकार ने तीन साल पहले उरी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक की थी, इसके बाद हाल ही में पुलवामा में हुए हमले के बाद पाकिस्तान की सीमा में घुसकर भारतीय वायुसेना ने एयर स्ट्राइक की थी। दोनों बार आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त किया गया। इस एयर स्ट्राइक के बाद देश में राजनीतिक फायदे-नुकसान पर बहस तेज हो गई है। सत्ता पक्ष-विपक्ष दोनों की तरफ से लगातार विवादित बयानों का सिलसिला लगातार जारी है।