कांग्रेस पार्टी ने पंजाब की पार्टी इकाई के प्रमुख अमरिन्दर सिंह के धुर विरोधी माने जाने वाले और वरिष्ठ नेता जगमीत सिंह बरार को पार्टी से निकाल दिया। पार्टी ने यह कदम बरार द्वारा संगठन के हितों के खिलाफ उनकी सतत टिप्पणियों के मद्देनजर उठाया। पार्टी के महासचिव और पंजाब मामलों के प्रभारी शकील अहमद ने कहा, ‘‘ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी (एआईसीसी) ने पूर्व सांसद जगमीत सिंह बरार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से तत्काल प्रभाव से निष्काषित कर दिया है।’’

उन्होंने ट्वीट के जरिये इसकी घोषणा की। इससे कुछ ही मिनट पहले उन्होंने बागी नेता बरार को ईमेल के जरिये एक पत्र भेजा और उन्हें बताया कि सार्वजनिक मंच पर पार्टी मामलों पर कुछ नहीं बालने के अपने वादे पर वह कायम नहीं रहे। अहमद ने कहा, ‘‘मोबाइल फोन पर यह संदेश भेजने के बाद कि हाईकमान के सुझाव के बाद ऐसा एक शब्द भी नहीं कहूंगा, आपने ट्वीट करना और प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में बयान देना जारी रखा जो पंजाब में पार्टी के हितों के पूरी तरह से खिलाफ थे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘कृपया आप इसे अपने निष्कासन का पत्र समझें।’’ उन्होंने कहा कि एआईसीसी ने इस मुद्दे पर सभी आयामों पर विचार करने के बाद कार्रवाई करने का निर्णय किया है। पार्टी नेताओं ने कहा कि एआईसीसी ने बरार के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय किया क्योंकि वह राज्य में अपने बयानों के जरिये पार्टी कार्यकर्ताओं को हतोत्साहित करने और असहज करने का प्रयास कर रहे थे जहां अगले वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं।

बरार के खिलाफ यह कार्रवाई ऐसे समय हुई है जब समझा जाता है कि पंजाब से पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने हाईकमान से उनकी शिकायत की और उनके निष्कासन की मांग की थी। जब से अमरिन्दर सिंह को पंजाब प्रदेश कांग्रेस का प्रमुख बनाया गया तब से ही बरार उनके कटु आलोचक हो गए और यहां तक कि मुख्तसर में माघी मेले में आप की रैली की सराहन की थी। अपने निष्कासन पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए बरार ने कहा कि बिना उनका पक्ष सुने ऐसा किया गया । ‘‘मुझे पार्टी महासचिव शकील अहमद का अभी अभी ईमेल प्राप्त हुआ है जिसमें मुझे पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने की बात कही गई है।’’

अमरिंदर ने कांग्रेस से बरार के निष्कासन का किया स्वागत

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह ने जगमीत सिंह बरार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित करने का सोमवार (11 अप्रैल) को स्वागत किया और कहा कि वह ‘‘गलत संकेत’’ दे रहे थे और पार्टी कार्यकर्ताओं में भ्रम उत्पन्न कर रहे थे। सअमरिंदर ने इसे एक जरूरी कदम बताते हुए कहा कि बरार प्रत्येक गुजरते दिन के साथ ही और अधिक ‘‘विद्रोही’’ हो रहे थे। उन्होंने कहा कि उनके निष्कासन से यह सही संदेश जाएगा कि कोई भी पार्टी से ऊपर नहीं है।

उन्होंने बरार के निष्कासन पर जारी एक बयान में कहा, ‘‘हमने उन्हें काफी छूट दी और उनकी अवज्ञा को इस उम्मीद से लंबे समय तक नजरंदाज किया कि वह स्वयं को सुधार लेंगे।’’ अमरिंदर ने कहा कि बरार ने ‘‘पिछले तीन महीने के दौरान जानबूझकर अपनी स्वयं की पार्टी का तिरस्कार करके हमारे राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों अकाली दल और आम आदमी पार्टी की प्रशंसा करके अपने निष्कासन की पटकथा लिखी।’’