आगामी हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह को पार्टी की राज्य इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया है। प्रतिभा मंडी सीट से सांसद हैं। वहीं, नादौन से विधायक सुखविंदर सिंह सुखू को अभियान समिति के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। राज्य में पार्टी नेताओं के एक वर्ग का मानना है कि प्रतिभा की नियुक्ति से पार्टी को मजबूती मिलेगी। पार्टी ने मुकेश अग्निहोत्री को सीएलपी नेता नियुक्त किया है।

बता दें कि 1983 से वीरभद्र हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस के सबसे प्रभावशाली नेता थे। उनके निधन के बाद, पार्टी के कुछ नेताओं को लग रहा था कि वीरभद्र के बाद अब दूसरों को नेतृत्व करने का मौका मिलेगा। कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री और जी-23 के सदस्य आनंद शर्मा को स्क्रीनिंग कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है।

कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने नाम न छापने का अनुरोध करते हुए कहा कि कांग्रेस राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए मुख्यमंत्री पद के चेहरे की घोषणा नहीं करेगी। वहीं, भाजपा पहले ही ऐलान कर चुकी है कि वो मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी।

पहली बार लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुई थीं प्रतिभा
प्रतिभा सिंह साल 1998 में सक्रिय राजनीति में आई थीं और मंडी संसदीय सीट से ही बीजेपी प्रत्याशी महेश्वर सिंह के खिलाफ मैदान में उतरी थीं। हालांकि इन चुनावों में उन्हें काफी ज्यादा वोटों से शिकस्त मिली। महेश्वर सिंह उनके समधी हैं।

इस दौरान केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी, लेकिन 13 महीने ही सरकार चली और 1999 में फिर से लोकसभा चुनाव हुए। हालांकि इन चुनावों में प्रतिभा सिंह ने हिस्सा नहीं लिया और 2004 के चुनावों में फिर से मैदान में उतरीं और विजयी हुईं। इस बार उन्होंने महेश्वर सिंह को हराया था। 2009 का लोकसभा चुनाव उनके पति पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह ने लड़ा था।