मध्य प्रदेश में मिला-जुलाकर सरकार बनाने वाली कांग्रेस ने अब भारतीय जनता पार्टी पर हॉर्स ट्रेडिंग (विधायकों की खरीद-फरोख्त) का आरोप लगाया है। कांग्रेस की तरफ से विधायकों को एकजुट बनाए रखने की कमान मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने संभाल रखी है। सोमवार को प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद पहले विधानसभा सत्र की शुरुआत होनी है। इसके चलते लगभग सभी विधायक भोपाल के आसपास ठहरे हैं। दरअसल विधानसभा में सोमवार को अध्यक्ष के चुनाव के लिए मतदान होना है और कांग्रेस को आशंका है कि सरकार बनाने में उसके साथ रहे कुछ विधायक इस बार क्रॉस वोटिंग कर सकते हैं।

दो विधायकों से संपर्क की मशक्कत में कांग्रेसः आशंका को मद्देनजर रखते हुए दिग्विजय ऐसे सभी विधायकों के लगातार संपर्क में हैं। इसी घटनाक्रम के बीच दो निर्दलीय विधायकों केदार डाबर और विक्रम सिंह राणा को लेकर भी चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। शनिवार को देर रात तक दोनों से कांग्रेस संपर्क नहीं कर पाई। दरअसल कांग्रेस ने पहली बार विधायक बने किसी भी नेता को मंत्री नहीं बनाया है। इसके चलते कई ऐसे विधायक नाराज हैं जिन्होंने दिग्गज भाजपा नेताओं को हराया है या जो मंत्री बनाए जाने के कथित वादे पर ही कांग्रेस में आए थे। इनमें मनावर से विधायक हीरालाल जयस का नाम प्रमुख है।

जीतू पटवारी ने भी लगाया आरोपः कमल नाथ सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री के पद पर काबिज राऊ विधायक जीतू पटवारी ने भाजपा पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाते हुए कहा, ‘भाजपा नफरत और घृणा की राजनीति करती है। भाजपा हॉर्स ट्रेडिंग के जिस प्रयास में है वो उसमें कभी सफल नहीं होगी। इस प्रयास से बीजेपी की दुर्भावना भरी सोच सामने आ रही है।’

शिवराज ने किया पलटवारः रिपोर्ट्स के मुताबिक अपना किला मजबूत करने की जद्दोजहद में कांग्रेस ने एक और निर्दलीय विधायक को मंत्रिमंडल में शामिल करने का आश्वासन दिया है। माना जा रहा है कि बुरहानपुर से निर्दलीय चुने गए सुरेंद्र सिंह ठाकुर उर्फ शेरा को मंत्री बनाया जा सकता है। दूसरी तरफ कांग्रेस के आरोपों पर भाजपा की तरफ से शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया है। दरअसल दिग्विजय ने शिवराज सरकार में मंत्री रहे नरोत्तम मिश्रा और भूपेंद्र सिंह पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया था। इस पर पलटवार करते हुए शिवराज ने कहा, ‘कांग्रेस सरकार अल्पमत की है लेकिन यह भी सही है कि संख्याबल में भाजपा से आगे है। इसीलिए हमने पहले दिन ही साफ कर दिया था कि सरकार भाजपा ही बनाएगी।’