बिहार में भाजपा-जेडीयू के बीच अब घमासान बढ़ने लगा है। जदयू के मिशन ‘नीतीश पीएम’ से नाराज बीजेपी अब अपने कार्यक्रम से भी सहयोगी पार्टी को दूर रखने लगी है।

आरा में दो ओवर ब्रिज का उद्घाटन कार्यक्रम था। कार्यक्रम में दो केंद्रीय मंत्री भाग ले रहे थे। पोस्टरों से शहर पटा था लेकिन इन पोस्टरों में एक चीज गायब थी और वो थी नीतीश कुमार की फोटो। मतलब जिसकी राज्य में सरकार, जो सरकार का मुखिया उसी की फोटो गायब।

बस फिर क्या था जदयू-बीजेपी के बीच खाई थोड़ी और चौड़ी हो गई और जदयू कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए। कार्यक्रम का विरोध करने लगे और पोस्टरों को जलाने लगे। जेडीयू कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री आर के सिंह की तस्वीर वाले बैनर को जला दिया। इसके साथ ही पुतला भी फूंका गया।

जिस समय केंद्रीय मंत्री ओवरब्रिजों का उद्घाटन कर रहे थे, उसी समय जदयू कार्यकर्ता अपना विरोध जता रहे थे। जदयू नेताओं का कहना है कि जिस तरह की ओछी राजनीति बीजेपी की ओर से की गई है, वो गलत है। जदयू ये बर्दास्त नहीं करेगी, मुंहतोड़ जवाब देगी।

पार्टी नेताओं ने आगे कहा कि नीतीश कुमार को विकास पुरुष कहा जाता है, उन्हीं के कारण बिहार में इतना विकास हो रहा है। केंद्र की योजना में राज्य की भागीदारी होती है, लेकिन राज्य के मुखिया को निमंत्रण नहीं देना और उन्हें पोस्टरों से हटा देना निंदनीय है।

बता दें कि आरा जक्शन की पूर्वी गुमटी के पास बने ओवरब्रिज का उद्घाटन केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए किया। इस दौरान केंद्रीय उर्जा मंत्री और स्थानीय सांसद आरके सिंह मौजूद रहे।

इससे पहले जदयू ने एनडीए में समन्वय समिति बनाने की मांग की थी। इसकी मांग पर पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के दौरान एनडीए की एक समन्वय समिति थी, हम अब इसी तरह की एक समिति का स्वागत करेंगे जो कई मुद्दों पर चर्चा करेगी। जिन मुद्दों पर हम अलग हैं। जदयू इससे पहले पेगासस स्पाइवेयर मुद्दे की जांच की भी मांग की थी। साथ ही जाति जनगणना के मुद्दे पर भी पार्टी ने विपक्षी दल राजद के साथ मिलकर हाल ही में प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी।