gujarat News: एक विशेष समुदाय को कथित तौर पर निशाना बनाने वाली सोशल मीडिया पोस्ट की वजह से शुक्रवार देर रात वडोदरा में हिंसक झड़प हुईं। इसमें एफआईआर की मांग को लेकर सिटी पुलिस स्टेशन के बाहर भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। शुक्रवार आधी रात के करीब चारदीवारी क्षेत्र के पानीगेट और जूनीघाडी इलाकों में दंगे और पथराव की घटनाएं हुईं।
शनिवार सुबह वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दंगे के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने और कथित सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ शिकायत की जांच की प्रक्रिया शुरू हो गई है। जैसे ही पुलिस स्टेशन के बाहर भीड़ इकट्ठा हुई, तो वडोदरा शहर की जॉइंट पुलिस कमिश्नर लीना पाटिल और क्राइम ब्रांच की कई यूनिट के साथ मौके पर पहुंची और प्रदर्शनकारियों को भरोसा दिया कि पुलिस मामले की जांच करेगी। पाटिल ने समुदाय के नेताओं के साथ मिलकर भीड़ को शांत करने की भी कोशिश की।
सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि वडोदरा शहर पुलिस की कई टीमों ने रात भर इलाके में तलाशी अभियान चलाया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऐसा दोबारा ना हो। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “अल्पसंख्यक समुदाय के सदस्यों ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया पर एआई की तरफ से जनरेट की गई एक पोस्ट मिली थी, जिससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई थीं। वे बड़ी संख्या में सिटी पुलिस स्टेशन में इकट्ठा हुए और एफआईआर की मांग की। हमने उन्हें आश्वासन दिया कि हम मामले की जांच कर रहे हैं। इस बीच, टीमें सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही हैं ताकि उन लोगों की पहचान की जा सके जिन्होंने पथराव किया और इलाके में कानून-व्यवस्था भंग की।”
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सोशल मीडिया पोस्ट की शिकायत की जांच कर रहे- डीसीपी
जोन IV के डीसीपी एंड्रयू मैकवान ने शनिवार सुबह द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मैकवान ने आगे कहा, “हम दंगे के मामले में एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया में हैं। हम उस सोशल मीडिया पोस्ट की शिकायत की भी जांच कर रहे हैं, जिसकी वजह से एक जगह पर हिंसा भड़की और फिर शहर के एक हिस्से में फैल गई।”