Lieutenant Colonel Prasad Purohit Book: मालेगांव बम ब्लास्ट के आरोपी भारतीय सेना (Indian Army) के कर्नल प्रसाद पुरोहित ( Colonel Prasad Purohit ) पर आधारित किताब ‘लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित – द मैन बिट्रेयड’ (Lt Colonel Purohit – The Man Betrayed) को 18 दिसंबर को लॉन्च किया गया। किताब विमोचन का कार्यक्रम पुणे के एसपी कॉलेज में आयोजित किया गया था। हालांकि पुस्तक के विमोचन के दौरान विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिला।
Colonel Prasad Purohit Book- विरोध के बीच समर्थन में उतरा हिंदी महासंघ:
बता दें कि कर्नल पुरोहित पर आधारित किताब का विरोध करते हुए मूलनिवासी मुस्लिम मंच (Mulnivasi Muslim Munch) और भीम आर्मी बहुजन एकता मिशन (Bhimarmy Bahujan Ekta Mission) के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। स्थानीय संगठनों ने एसपी कॉलेज के अधिकारियों से मांग की कि इस पुस्तक विमोचन कार्यक्रम को रद्द किया जाए। विरोध को देखते हुए कार्यक्रम स्थल के बाहर भारी पुलिस बल भी तैनात किया गया।
मूलनिवासी मुस्लिम मंच के अध्यक्ष अंजुम इनामदार ने कहा कि मालेगांव विस्फोट का मामला अभी अदालत में है, इस बीच इस किताब के विमोचन के लिए इस तरह का आयोजन ठीक नहीं है। हमारा विरोध प्रदर्शन पुरोहित के खिलाफ है।
हालांकि जहां एक तरफ किताब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ तो वहीं हिंदू महासंघ संगठन के कार्यकर्ताओं ने इस पुस्तक का समर्थन किया। फिलहाल बढ़ते बवाल को देखते हुए पुलिस ने दोनों तरफ के कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। बाद में इन कार्यकर्ताओं को शांतिपूर्वक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम संपन्न होने के बाद रिहा कर दिया गया।

वहीं पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान मंच पर लेखक स्मिता मिश्रा, प्रकाशक रेणु कौल वर्मा और पूर्व सैन्य अधिकारी मेजर गौरव आर्य मौजूद रहे। इसके साथ सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी और पुणे के पूर्व पुलिस आयुक्त जयंत उमरानीकर भी कार्यक्रम में मौजूद थे।
कर्नल पुरोहित:
बता दें कि लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित साल 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में आरोपी हैं और यह मामला कोर्ट में हैं। मालूम हो कि 29 सितंबर, 2008 को उत्तरी महाराष्ट्र के मालेगांव में एक मस्जिद के पास एक मोटरसाइकिल में रखा बम फटने से छह लोगों की मौत हो गई थी। इसमें 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
इस मामले में सात लोग UAPA के तहत मुकदमे का सामना कर रहे हैं। जिसमें लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित का भी नाम शामिल है। हालांकि वह अभी जमानत पर बाहर है।