आगामी विधानसभा चुनावों से पहले उत्तर प्रदेश में सियासी वार पलटवार का सिलसिला तेज हो चला है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कि योजनाओं का शिलान्यास हमने किया और उद्घाटन करने के लिए योगी आदित्यनाथ पहुंच गए। इसके जवाब में सीएम योगी ने कहा कि हमने जो कहा था वो कर के दिखाया, 1990 में नारे लगाए थे रामलला हम आएंगे मंदिर वहीं बनाएंगे, आज वहां भव्य मंदिर का निर्माण शुरू हो चुका है। उन्होंने कहा कि उस वक्त उनके अब्बा जान ने कहा था कि यहां परिंदे को भी पर नहीं मारने देंगे। गौर हो कि बीजेपी, मुलायम सिंह यादव पर कारसेवकों पर गोली चलाने का आरोप लगाती रही है। कार सेवकों पर गोली चलाने की घटना 1990 में हुई थी। अयोध्या में व्याप्त तनाव को देखते हुए तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने कहा था कि वह यहां परिंदे को भी पर नहीं मारने देंगे।
अखिलेश यादव का वार: समाचार चैनल आज तक के कार्यक्रम ‘पंचायत उत्तर प्रदेश’ में अखिलेश यादव ने बीजेपी पर जमकर आरोप लगाए, जिनका जवाब योगी आदित्यनाथ ने अपने अंदाज में दिया। अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी झूठ बोलती है, बेरोजगारी, कुपोषण और भूखमरी से मरने वाले लोगों के मामले में उत्तर प्रदेश नंबर वन है। योगी सरकार ने साढ़े चार साल के कार्यकाल में एक भी बिजली का प्लांट नहीं लगवाया और न ही किसानों की कर्ज माफी की। अखिलेश ने कहा कि वह सिर्फ शिलान्यास करते रहे, उद्घाटन नहीं कर पाए। हमारे कार्यकाल में किए गए शिलान्यासों का उद्घाटन करने योगी आदित्यनाथ पहुंच गए।
सीएम योगी का पलटवार: इसके जवाब में योगी आदिकत्यनाथ मे मुस्कुराते हुए कहा कि हमने कहा था कि रामलला आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे। इस बात को हमने कितना सच किया है इसे आप अयोध्या में राम जन्म भूमि पर बन रहे मंदिर को जाकर देख सकते हैं। उन्होंने कहा कि जब 1990 में हमने कहा था कि राम मंदिर यहीं बनना चाहिए तो हमें स्वीकार नहीं किया गया था और राम भक्तों पर गोली चलाई गई थी। अगले तीन सालों में दुनिया के सामने एक भव्य मंदिर सामने आएगा।
किसानों के मुद्दे पर सीएम योगी: किसानों की कर्ज माफी पर अखिलेश के आरोपों का जवाब देते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश के अंदर एक एक सांसद और विधायक ने तहसील और विकास खंड स्तर पर कैंप लगाकर किसानों को कर्जमाफी के सर्टिफिकेट दिए हैं।
पूर्वांचल एक्सप्रेस को लेकर अखिलेश यादव पर बरसे सीएम योगी: पूर्वांचल एक्सप्रेस का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि यह एक्सप्रेस समाजादी पार्टी की सरकार के भ्रष्टाचार का नमूना बनने जा रहा था। 340 किमी लंबे प्रोजेक्ट को बिना भूमि के ही शुरू कर दिया। जनता को भ्रमित करने के लिए काम भी शुरू किए गए थे। हमने उनके कार्यक्रम को निरस्त किया। 96 फीसदी भूमि अधिग्रहण के बाद जुलाई 2018 में इसका शिलान्यास पीएम मोदी के हाथों से किया गया था। उन्होंने कहा कि इसे अगस्त 2021 के आखिरी तक पूरा कर लिया जाएगा।
यमुना एक्सप्रेस वे को लेकर भी सीएम योगी ने अखिलेश यादव को घेरते हुए कहा कि इसका निर्माण अखिलेश ने नहीं बल्कि उनकी बुआ मायावती ने कराया था। उन्होंने इसका उद्धाटन अधूरी स्थिति में ही करवा दिया था। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने आने के बाद उसके लिए पैसा खर्च किया और अभी भी हमारी सरकार उसका भुगतान पूरा कर रही है।