BPSC exam: बिहार में लोक सेवा आयोग की परीक्षा में नए मॉडल के विरोध में प्रदर्शन कर रहे बीपीएससी अभ्यर्थियों की समस्या का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने इस समस्या के समाधान के लिए मुख्य सचिव और अन्य पदाधिकारियों की बैठक बुलाई है।

बता दें कि बुधवार को बीपीएससी अभ्यर्थियों ने पटना में प्रदर्शन किया। ये अभ्यर्थी आयोग के दफ्तर में जाने पर अड़े थे। प्रदर्शनकारी लोक सेवा आयोग की परीक्षा में नए मॉडल का विरोध कर रहे हैं। उनकी मांग है कि एक ही दिन और एक ही पाली में परीक्षा कराई जाए। प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई अभ्यर्थियों के घायल होने की खबर है। अब मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से दी गई इस जानकारी पर लोग नाराजगी जता रहे हैं और उनका कहना है कि लाठीचार्ज से पहले नींद क्यों नहीं खुलती है।

प्रवीण कुमार पाल नाम के एक यूजर ने कहा कि हमारे नेता लाठीचार्ज करने से पहले युवाओं और नागरिकों की बात क्यों नहीं सुनते हैं। श्रीकृष्ण डॉ. सुधांश त्रिवेदी फैन क्लबइन नाम के एक यूजर ने लिखा कि नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने आज 10 लाख नौकरियों की पहली इंस्टॉलमेंट दे दी है। यूजर ने जेडीयू और आरजेडी के उस वादे को लेकर यह तंज कसा है, जिसमें महागठबंधन सरकार ने राज्य में 10 लाख नौकरियों का वादा किया था।

इसी यूजर ने एक और कमेंट करते हुए कहा कि आखिरकार तेलंगाना के मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद संज्ञान लेने का समय मिल गया। Daactr साहब नाम के एक यूजर ने मजाकिया अंजाद में कमेंट करते हुए कहा, देख रहा है ना बिनोद… किस तरह अपनी कुव्यवस्था और गैरजवाबदेही को मीटिंग का नाम देकर बेशर्मी से छुपाया जा रहा है।

बता दें कि बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगी परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जा चुका है। आयोग ने साफ कर दिया है कि परीक्षा दो दिन ही कराई जाएगी। उधर, अभ्यर्थी लगातार विरोध कर रहे हैं और उनकी मांग है कि एक ही दिन और एक ही पाली में परीक्षा कराई जाए।