Delhi News: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान हुए हमले के कुछ दिनों बाद पुलिस ने रविवार को इस मामले में दूसरे गिरफ्तारी की है। अधिकारियों ने बताया कि राजकोट का रहने वाला यह व्यक्ति हमलावर का दोस्त है। एक अधिकारी ने बताया कि तहसीन को पता था कि आरोपी राजेश खिमजी सकरिया मुख्यमंत्री पर हमला करने की योजना बना रहा है। उसने सकरिया को तब पैसे भी ट्रांसफर किए थे जब वह दिल्ली में थे।
जांच से जुड़े एक अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “वे दोनों बचपन से एक-दूसरे को जानते थे और राजकोट छोड़ने से पहले भी, सकरिया ने उनसे कहा था कि वह दिल्ली में कुछ बड़ा करेंगे। तहसीन ने उनसे कहा था कि वह उन्हें हर तरह की मदद देंगे और उन्हें ऑनलाइन 2,000 रुपये भी ट्रांसफर किए थे।” दोनों आरोपियों का आमना-सामना भी कराया गया था।
राजेश खिमजी की चाकू ले जाने की थी प्लानिंग
दिल्ली पुलिस की एक टीम गुरुवार को राजकोट पहुंची और तहसीन से पूछताछ की गई। दिल्ली पुलिस की एक टीम ने पहले ही उसे नोटिस जारी कर दिया गया था। इंडियन एक्सप्रेस को सूत्रों ने बताया, सकरिया की शुरुआती योजना कथित तौर पर जन सुवाई कार्यक्रम में चाकू ले जाने की थी। लेकिन, जब उसने मुख्यमंत्री आवास के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था देखी, तो उसने चाकू फेंक दिया।
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अधिकारी ने कहा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद सकरिया करोल बाग में मौजूद हनुमान मंदिर गया। स्टेशन से निकलते समय उसने एक फल बेचने वाले से एक छोटा चाकू उठाया। हम चाकू बरामद करने की कोशिश कर रहे हैं और टीमें गुजराती समाज गेस्ट हाउस से मुख्यमंत्री ऑफिस जाने वाले रास्ते पर उसकी तलाश कर रही हैं।”
दिल्ली पुलिस फिर संभालेगी सीएम रेखा की सिक्योरिटी का जिम्मा
दोनों को सोमवार को कोर्ट में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजे जाने की उम्मीद है। राजकोट छोड़ने से पहले सकरिया जिन अन्य लोगों से संपर्क में था, उनसे भी पूछताछ की गई है। सीएम रेखा गुप्ता की सुरक्षा का जिम्मा संभालने के कुछ दिनों बाद ही दिल्ली पुलिस को फिर से उनकी सुरक्षा का जिम्मा दे दिया गया है। उन्होंने अब सुरक्षाकर्मियों की संख्या में बढ़ोतरी की है।
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